हाइवा लूट के चार आरोपी गिरफ्तार
अपराध. 17 मार्च को हाइवा लूट की घटना को दिया गया था अंजाम रामगढ़ बस स्टैंड से हुई गिरफ्तारी मास्टर माइंड ताैफिक पकड़ से बाहर गोला : गोला थाना के टोनागातू-बरियातू स्थित आइपीएल पावर प्लांट के समीप 17 मार्च को हाइवा लूट की घटना को अंजाम देनेवाले चार लुटेरों को गोला पुलिस ने गिरफ्तार किया […]
अपराध. 17 मार्च को हाइवा लूट की घटना को दिया गया था अंजाम
रामगढ़ बस स्टैंड से हुई गिरफ्तारी
मास्टर माइंड ताैफिक पकड़ से बाहर
गोला : गोला थाना के टोनागातू-बरियातू स्थित आइपीएल पावर प्लांट के समीप 17 मार्च को हाइवा लूट की घटना को अंजाम देनेवाले चार लुटेरों को गोला पुलिस ने गिरफ्तार किया है. लूट में इस्तेमाल की गयी इंडिका कार को भी जब्त किया गया है. पुलिस ने पूछताछ के बाद चारों अपराधियों को रामगढ़ जेल भेज दिया. अपराधियों ने पुलिस के समक्ष अपना अपराध स्वीकार किया है.
लुटेरों में हाकिम अंसारी, इसराफिल अंसारी, सिकंदर उरांव (तीनों लोहरदगा, कुडू थाना अंतर्गत चिरी गांव निवासी) एवं चरही के पिपरा निवासी अलाउद्दीन अंसारी शामिल है. पुलिस ने बताया कि लूट में इस्तेमाल की गयी इंडिका कार (जेएच02एच-6723) अलाउद्दीन अंसारी की है.
ऐसे हुई गिरफ्तारी : थाना प्रभारी संजय कुमार ने बताया कि हाकिम अंसारी, इसराफिल अंसारी और सिकंदर उरांव को अलाउद्दीन ने रामगढ़ बस स्टैंड पर हाइवा लूट की राशि का हिस्सा लेने के लिए बुलाया था. इसकी गुप्त सूचना पुलिस को मिल गयी. पुलिस ने तीनों अपराधियों को पकड़ लिया. तीनों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने अलाउद्दीन को पकड़ने के लिए चरही के लिए रवाना हो गयी. इसी बीच रामगढ़ की ओर आ रही अलाउद्दीन की इंडिका गाड़ी की पहचान लुटेरों ने की. गाड़ी के साथ अलाउद्दीन को भी पुलिस ने पकड़ लिया. इस दौरान गाड़ी की तलाशी ली गयी. यहां से हाइवा चालक मनोज महतो का लाइसेंस आैर हाइवा की कॉपी भी बरामद की गयी.
डार्लिंग नामक महिला भी है शामिल : पुलिस ने बताया कि इस घटना का मास्टर माइंड तौफिक अंसारी है. वह तेनुघाट के खेतको निवासी है. पुलिस के अनुसार, इस घटना में एक महिला भी शामिल है, जिसका नाम डार्लिंग है. वह पेटरवार की रहनेवाली है. पुलिस ने बताया कि इस लूट में पिठोरिया के बबलू एवं अपू भी शामिल है. पुलिस इसकी तलाश कर रही है. पुलिस ने बताया कि हाइवा को लूट लेने के बाद हाइवा चालक को पेटरवार सीमा क्षेत्र के समीप इंडिका में बैठा लिया गया. इसके बाद चालक को नेरकी जंगल में हाथ पैर बांध कर छोड़ दिया गया. इसराफिल ने हाइवा को बगोदर होते हुए गोड्डा ले जाकर छोड़ दिया.
यहां तौफिक बबलू एवं अपू ने उसे पांच हजार रुपये देकर वापस भेज दिया. पुलिस ने बताया कि जब तक तौफिक अंसारी की गिरफ्तारी नहीं हो जाती है, तब तक हाइवा के संबंध में कोई जानकारी बताना मुश्किल है.
बासीर ग्रुप से संबंध रखते हैं लुटेरे : पुलिस के अनुसार, सभी लुटेरे बसीर अंसारी के ग्रुप के हैं. इसमें से तौफिक अंसारी के खिलाफ कई मामले तेनुघाट समेत अन्य थानों में दर्ज है. हालांकि बसीर एवं उनके कई साथी वर्तमान में तेनुघाट जेल में बंद हैं.