शौचालय निर्माण के लिए राशि नहीं मिली, विरोध

छावनी परिषद क्षेत्र में रहनेवाले लगभग 3600 परिवार ऐसे हैं, जिनके पास नहीं है शौचालय परिषद के आठ निर्वाचित वार्ड सदस्यों के हस्ताक्षर से एसडीओ को साैंपा गया आवेदन रामगढ़ : छावनी परिषद रामगढ़ क्षेत्र के नागरिकों को स्वच्छ भारत अभियान के तहत राशि नहीं देने के विरोध में परिषद के आठ निर्वाचित वार्ड सदस्यों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 19, 2017 8:23 AM
छावनी परिषद क्षेत्र में रहनेवाले लगभग 3600 परिवार ऐसे हैं, जिनके पास नहीं है शौचालय
परिषद के आठ निर्वाचित वार्ड सदस्यों के हस्ताक्षर से एसडीओ को साैंपा गया आवेदन
रामगढ़ : छावनी परिषद रामगढ़ क्षेत्र के नागरिकों को स्वच्छ भारत अभियान के तहत राशि नहीं देने के विरोध में परिषद के आठ निर्वाचित वार्ड सदस्यों ने सुभाष चौक पर धरना दिया. धरना में छावनी परिषद के उपाध्यक्ष संजीत सिंह उर्फ छोटू सिंह, वार्ड सदस्य बेबी प्रसाद, अनमोल सिंह, राजेंद्र नायक, कैलाश मुंडा उर्फ चंदन मुंडा, पुरनी देवी, प्रभु करमाली व रेणु सिंह शामिल थे.
धरना में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं -कार्यकर्ताओं समेत आम लोग भी शामिल थे. धरना में लोगों ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत छावनी परिषद क्षेत्र के आठ वार्ड क्षेत्रों से भी शौचालय निर्माण के लिए आवेदन लिया गया था. परिषद क्षेत्र के लोगों ने नगर परिषद कार्यालय में आैर छावनी परिषद कार्यालय में आवेदन जमा किया था. सरकार ने इसके लिए राशि प्रदान नहीं की. धरना के बाद परिषद के आठ निर्वाचित वार्ड सदस्यों के हस्ताक्षर से एसडीओ को आवेदन सौंपा गया. आवेदन में लिखा गया है कि छावनी परिषद क्षेत्र में रहनेवाले लगभग 3600 परिवार ऐसे हैं, जिनके पास व्यक्तिगत शौचालय नहीं है. वे खुले में शौच करने को मजबूर हैं. चार अप्रैल को जिला को खुले में शौच से मुक्त घोषित कर दिया गया है. झारखंड सरकार छावनी परिषद क्षेत्र की जनता के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है. दो बार रामगढ़ की जनता से शौचालय निर्माण के लिए आवेदन लिया गया है. इसके बावजूद राशि प्रदान करने से संबंधित कार्य शुरू नहीं हुआ है.
आवेदन में रामगढ़ छावनी परिषद क्षेत्र में शौचालय निर्माण कार्य प्रारंभ करने आैर केंद्र व राज्य सरकार प्रायोजित योजनाओं को लागू करने की मांग की गयी है. धरना में पूर्व वार्ड सदस्य प्रदीप कुमार सिंह, रमेश झारखंडी, महेंद्र मुंडा, नीरज मंडल, अनुज तिवारी सहित बड़ी संख्या में शौचालय के लिए आवेदन जमा करनेवाले आवेदक भी शामिल थे.

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