भूमिगत खदान को बचाने के लिए गोलबंद हुआ मोरचा

उरीमारी : सयाल के 10 नंबर भूमिगत खदान को प्रबंधन द्वारा बंद किये जाने के निर्णय के विरोध में संयुक्त ट्रेड यूनियन मोरचा एकजुट हो गया है. बुधवार को मोरचा की बैठक सयाल के कैंटीन घर में बासुदेव साव की अध्यक्षता में हुई. संचालन जेपीएन सिन्हा ने किया. बैठक में निर्णय हुआ कि प्रबंधन द्वारा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 20, 2017 6:55 AM
उरीमारी : सयाल के 10 नंबर भूमिगत खदान को प्रबंधन द्वारा बंद किये जाने के निर्णय के विरोध में संयुक्त ट्रेड यूनियन मोरचा एकजुट हो गया है.
बुधवार को मोरचा की बैठक सयाल के कैंटीन घर में बासुदेव साव की अध्यक्षता में हुई. संचालन जेपीएन सिन्हा ने किया. बैठक में निर्णय हुआ कि प्रबंधन द्वारा इस खदान को बंद करने का लिया गया निर्णय एकतरफा व मजदूर विरोधी है. 10 नंबर भूमिगत खदान में लाखों टन रिजर्व कोयला पड़ा हुआ है.
550 से अधिक मजदूर हैं. ऐसे में खदान को बंद करना कोयला उद्योग, परियोजना व क्षेत्र के लिए नुकसानदेह है. वक्ताओं ने कहा कि इस खदान के चालू करने के लिए प्रबंधन जरूरी सामान उपलब्ध कराये. खदान को बंद किया गया, तो मोरचा आंदोलन करेगा. बैठक में इनमोसा के रामकिशोर कुमार, सच्चू प्रसाद मेहता, सदन राम, सदानंद प्रसाद सिंह, विनोद कुमार, लक्खी करमाली, भरत ठाकुर, राकेश प्रसाद, महेंद्र कुमार उपस्थित थे.

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