प्रबंधन को 10 सूत्री मांग पत्र सौंपा गया, आंदोलन की चेतावनी दी गयी
गिद्दी (हजारीबाग) : सिरका-अरगडा भूमिगत खदान बंद करने की योजना वापस लेने सहित 10 सूत्री मांगों को लेकर बिहार कोलियरी कामगार यूनियन (बीसीकेयू) ने गुरुवार को अरगडा महाप्रबंधक कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया. बीसीकेयू के लोगों ने प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की. इसके बाद सभा की गयी. सभा में बीसीकेयू के क्षेत्रीय अध्यक्ष धनेश्वर तुरी ने केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों की आलोचना की. कहा कि सीसीएल प्रबंधन सुनियोजित ढंग से सिरका-अरगडा सहित सीसीएल की 10 भूमिगत खदाने बंद करने की योजना बना रहा है.
अरगडा व सिरका भूमिगत खदान में कोयले का भंडार अभी भी है. प्रबंधन के इस फैसले पर यूनियन में रोष है. उन्होंने कहा कि 10वां वेतन समझौता व ठेका मजदूरों के पक्ष में हाई पावर कमेटी के फैसले को अभी तक लागू नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि प्रबंधन रोड सेल में अब पे-लोडर से कोयला लदाई कराने पर विचार कर रहा है. उन्होंने प्रबंधन से लोडिंग व्यवस्था ही चालू रखने की मांग की. उन्होंने कहा कि हमारी मांगों पर विचार नहीं होगा, तो इसके विरोध में आंदोलन किया जायेगा. क्षेत्रीय सचिव गौतम बनर्जी ने कहा कि प्रबंधन लगातार मजदूरों के सुविधाओं पर कटौती कर रहा है. सरकार कोयला उद्योग को निजी हाथों में सौंपने की तैयारी कर रही है. बीसीकेयू के नेताओं ने महाप्रबंधक की अनुपस्थिति में प्रतिनिधि को मांग पत्र सौंपा. प्रदर्शन में शंभु कुमार, दशरथ करमाली, आशीष टोप्पो, सेवक साव, जसीम मियां, प्रकाश सिंह, अशोक राम, संजय राम, बैजनाथ, शत्रुघ्न तांती, महेंद्र, प्रेमचंद महली, बैजनाथ गंझू, बिरजू तुरी, नाथु राम, परमिंदर, रवींद्र, निरासो, रामायण शामिल थे.