खदानों को बंद करने के निर्णय का विरोध
भुरकुंडा : सौंदा डी कोलियरी के खदानों को बंद करने के विरोध में सोमवार को कोलफील्ड मजदूर यूनियन की बैठक सौंदा डी कैंटीन में हुई. इसकी अध्यक्षता संजय यादव ने की. बैठक में खदानों को बंद किये जाने के निर्णय का विरोध किया गया. कहा गया कि प्रबंधन की गलत नीतियों के कारण खदानों को […]
भुरकुंडा : सौंदा डी कोलियरी के खदानों को बंद करने के विरोध में सोमवार को कोलफील्ड मजदूर यूनियन की बैठक सौंदा डी कैंटीन में हुई. इसकी अध्यक्षता संजय यादव ने की. बैठक में खदानों को बंद किये जाने के निर्णय का विरोध किया गया.
कहा गया कि प्रबंधन की गलत नीतियों के कारण खदानों को बंद करने की नौबत आयी है. जबकि इन खदानों में प्रचूर मात्रा में कोयला भंडार है. यहां से अगले कई दशक तक कोयला उत्पादन किया जा सकता है. बैठक में प्रबंधन के खिलाफ आंदोलन करने पर सहमति बनी.
बताया गया कि क्रमवार ढंग से आंदोलन किया जायेगा. यदि प्रबंधन ने सौंदा डी से एक भी कर्मी को बाहर ट्रांसफर किया, तो चक्का जाम किया जायेगा. पूरे मामले पर क्षेत्रीय व सीसीएल मुख्यालय से लेकर कोल इंडिया स्तर पर लड़ाई लड़ी जायेगी. वक्ताओं ने कहा कि खदानों को बंद होने से बचाने के लिए कोफिमयू संयुक्त श्रमिक संगठन मोरचा के साथ मिल कर आंदोलन करेगा. कहा गया कि प्रबंधन एक-एक कर भूमिगत खदानों को निशाना बना रही है. पूर्व में बरका-सयाल क्षेत्र की कई खदानों को बंद किया जा चुका है.
अब सौंदा डी व सयाल 10 नंबर खदान को बंद करने का निर्णय लिया गया है, जिसका हर स्तर पर विरोध किया जायेगा. बैठक में दिलीप देवधरिया नीरज भट्ट, सुरेश प्रसाद, लक्ष्मीनारायण, जितेंद्र यादव, योगेंद्र घांसी, मोती राम, एस अहमद, जितेंद्र राम, विश्वकर्मा करमाली, एस चौहान, मंगल भुइयां, प्रभा बाउरी, अर्जुन भुइयां आदि उपस्थित थे.