भुरकुंडा. श्री अग्रसेन स्कूल भुरकुंडा में मंगलवार को परमवीर चक्र विजेता अमर शहीद अल्बर्ट एक्का की पुण्यतिथि मनायी गयी. सर्वप्रथम उनकी तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गयी. इस अवसर पर मुख्य वक्ता सेवानिवृत्त शिक्षक पात्रिक मिंज ने कहा कि 1971 में अलबर्ट एक्का ने पाक सेना का बंकर उड़ा दिया. पाक सैनिकों को मार गिराया था. रेलवे के आउटर सिग्नल इलाका को कब्जे में लेने के बाद वापस आने के दौरान टॉप टावर मकान के ऊपर में खड़ी पाक सेना ने अचानक मशीनगन से उन पर हमला कर दिया. इसमें 15 भारतीय सैनिक मारे गये. तब अलबर्ट दौड़ते हुए टॉप टावर पर चढ़ गये व मशीनगन को कब्जे में लेकर दुश्मनों को तहस-नहस कर दिया. इस दौरान अलबर्ट एक्का को 20 से अधिक गोलियां लगीं. वह टॉप टावर से नीचे गिर गये और अपनी अंतिम सांस ली. उस दिन अगर एलबर्ट एक्का नहीं रहते, तो 150 जवान मारे जाते. वर्ष 1971 में हुए भारत-पाक युद्ध के समय अल्बर्ट मात्र 29 वर्ष के थे. कार्यक्रम का संचालन कर रहे निदेशक एकेडमिक एसके चौधरी ने कहा कि साहस का परिचय देते हुए लांस नायक अल्बर्ट ने दुश्मनों का सामना किया व वीरगति को प्राप्त हुए. वीरता पूर्वक शहादत के लिए लांस नायक अल्बर्ट एक्का को मरणोपरांत परमवीर चक्र प्रदान किया गया. यह एकीकृत बिहार में मरणोपरांत परमवीर चक्र का सम्मान पाने वाले वे पहले वीर सपूत थे. पुण्यतिथि के मौके पर क्विज, निबंध, भाषण प्रतियोगिता के माध्यम से विद्यार्थियों को अल्बर्ट एक्का की जीवनी से परिचित कराया गया. इस अवसर पर अरविंद दुबे, सूफियान अख्तर उपस्थित थे.
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