अमन श्रीवास्तव ने अपने पक्ष में गवाही कराने के लिए दोनों कैमरामैन का कराया था अपहरण : एसपी
अमन श्रीवास्तव ने अपने पक्ष में गवाही कराने के लिए दोनों कैमरामैन का कराया था अपहरण : एसपी
प्रतिनिधि, रामगढ़
रामगढ़ पुलिस अधीक्षक कार्यालय में बुधवार को एसपी अजय कुमार ने प्रेस वार्ता कर भुरकुंडा से अपहृत दो कैमरामैन के सकुशल रिहाई की जानकारी दी. बताया कि पुलिस की दबिश के बाद अपहृत दोनों कैमरामैन को अपराधियों ने छोड़ दिया. एसपी ने बताया कि 13 अगस्त को भुरकुंडा बाजार निवासी दो कैमरामैन विक्की साव व शानू कुमार राणा के गायब होने को लेकर पुलिस को जानकारी मिली थी. परिजनों ने शिकायत में कहा था कि दोनों कैमरामैन को भुरकुंडा से बनारस शादी इंगेजमेंट में वीडियोग्राफी के लिए ले जाया गया है. दोपहर दो बजे के बाद दोनों के मोबाइल स्विच ऑफ हो गये. इस संबंध में भुरकुंडा ओपी में 15 अगस्त को अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज की गयी. इस कांड के उद्भेदन के लिए पतरातू एसडीपीओ के नेतृत्व में विशेष छापामारी टीम का गठन किया गया. टीम ने भुरकुंडा से बनारस जाने वाले रास्ते में कई स्थानों पर जांच के साथ छापामारी की. छापामारी में दोनों व्यक्तियों को ले जानेवाली कार पर फर्जी नंबर अंकित पाया गया.पुलिस अनुसंधान में पता चला कि वर्ष 2015 में पतरातू बाजार में पांडेय गिरोह के तत्कालीन संचालक किशोर पांडेय के पिता कामेश्वर पांडेय की हत्या सुशील श्रीवास्तव गिरोह ने की थी. इस हत्या में अमन श्रीवास्तव व अपराधी भी शामिल थे. वह वर्तमान में जेल में है. एसपी ने बताया कि अपहृत विक्की साव का छोटा भाई अमित साव वर्तमान में पतरातू बाजार में रहता है. वह उस केस का गवाह है. उसकी गवाही न्यायालय में 17 अगस्त को थी. जेल में बंद अमन श्रीवास्तव गवाह अमित साव पर अपने पक्ष में गवाही देने के लिए दबाव बना रहा था. इसके लिए अमन श्रीवास्तव ने अपने गिरोह के लिए काम करनेवाले प्रेम पांडेय व भरत पांडेय को जिम्मेवारी दी थी. उक्त दोनों व्यक्तियों को वीडियोग्राफी करने के लिए बनारस कह कर बहाना से ले जाया गया. इससे विक्की साव का भाई अमित साव इस गवाही में अमन श्रीवास्तव व उसके गिरोह के पक्ष में न्यायालय में गवाही देने के लिए बाध्य हो सके.
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