गरीब परिवार के बच्चे भी बन सकते हैं वैज्ञानिक : डॉ मूर्ति गुडीपति

गरीब परिवार के बच्चे भी बन सकते हैं वैज्ञानिक : डॉ मूर्ति गुडीपति

By Prabhat Khabar News Desk | August 24, 2024 11:12 PM

प्रतिनिधि, चितरपुर

चंद्रयान -3 मिशन की ऐतिहासिक सफलता के एक वर्ष पूरे होने पर चितरपुर स्थित माउंट एवरेस्ट पब्लिक स्कूल में शनिवार को अंतरिक्ष दिवस मनाया गया. कार्यक्रम में स्कूल के निदेशक साजिद हुसैन ने बताया कि चंद्रयान -3 मिशन की सफलता पर सरकार ने प्रत्येक वर्ष 23 अगस्त को अंतरिक्ष दिवस मनाने की घोषणा की है. इस उपलक्ष्य पर वेबिनार के जरिये नासा के जेट प्रोपलशन लेबोरेट्री कैलिफोर्निया के मुख्य वैज्ञानिक डॉ मूर्ति गुडीपति ने विद्यालय के बच्चों से लगभग ढाई घंटे तक बातचीत की. इस दौरान छात्रा लिजा, हनफा असद, इंशा अफाक सहित बच्चों ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष मिशन पर उनसे कई सवाल पूछे. बच्चों ने उनके बचपन से लेकर अब तक के सफर, एक सेकेंड में आसमान में कितने सितारे बनने, धरती के अलावा दूसरे ग्रहों में जीवन संभव होने, इसरो ज्वाइन नहीं कर नासा ही ज्वाइन करने, सुनीता विलियम्स के अंतरिक्ष में फंसने के कारणों की जानकारी ली. मुख्य वैज्ञानिक ने सहजता के साथ सभी सवालों का जवाब दिया. उन्होंने बच्चों के साथ गरीब परिवार से आते हुए भी नासा तक के प्रेरणादायक सफर को साझा किया. उन्होंने कहा कि गरीब परिवार के बच्चे भी बन सकते हैं. कहा कि एक सेकेंड में दस हजार से एक लाख तक सितारे बनते हैं. श्री गुडीपति ब्रह्मांड में बर्फ पर रिसर्च करते हैं. नासा के यूरोपा मिशन (बृहस्पति ग्रह का चौथा उपग्रह) के प्रिंसिपल इंवेस्टिगेटिव साइंटिस्ट हैं. वह पृथ्वी, चंद्रमा, मंगल और सौरमंडल में गहरी रुचि रखते हैं. मौके पर प्रधानाध्यापक जितेंद्र कुमार, अरशद, नीरज, आकिफ, खुर्शीद, जमजम, शफक, यूसुफ, उमर, अबूजर मौजूद थे.

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