शादी सीजन में कपड़ा दुकान बंद होने से लोगों को हो रही परेशानी, समारोह से रौनक गायब

कुजू : कोरोना महामारी को लेकर जारी लॉकडाउन के दौरान बंद वैवाहिक कार्यक्रम अब ऑनलॉक फेज वन में लोग तिथि तय कर होटल व धर्मशाला बुकिंग कर रहे हैं. लेकिन झारखंड में सरकार द्वारा कई ऐसे दुकान हैं जिनको बंद रखने का आदेश जारी किया है. जिसमें गारमेंटस, फुटवेयर, मनिहारी, पार्लर सहित अन्य दुकान शामिल हैं. जिससे वर और वधू पक्ष के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 9, 2020 6:49 PM

कुजू : कोरोना महामारी को लेकर जारी लॉकडाउन के दौरान बंद वैवाहिक कार्यक्रम अब ऑनलॉक फेज वन में लोग तिथि तय कर होटल व धर्मशाला बुकिंग कर रहे हैं. लेकिन झारखंड में सरकार द्वारा कई ऐसे दुकान हैं जिनको बंद रखने का आदेश जारी किया है. जिसमें गारमेंटस, फुटवेयर, मनिहारी, पार्लर सहित अन्य दुकान शामिल हैं. जिससे वर और वधू पक्ष के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

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महावीर पंचांग की मानें तो अषाढ़ माह में महज 11 ही दिन विवाह का शुभ मुहूर्त है. जिसमें आषाढ़ कृष्ण पक्ष में 5 और शुक्ल पक्ष में 6 विवाह की तिथियां हैं. वैवाहिक कार्यक्रम के वक्त नये वस्त्र तथा अन्य सामान लेने-देने का जो रिवाज है उसे लोग पूरा नहीं कर पा रहे हैं. वैशाख व जेठ माह में जिनकी शादियां तय हुई थी लॉकडाउन की वजह से नहीं कर पाये. अब आषाढ़ माह में सरकार के नियमों का पालन करते हुए जैसे-तैसे विवाह रचाने में ही भलाई समझ रहे हैं.

विवाह की कौन-कौन सी हैं तिथियां

आचार्य पालेश्वर पांडेय बताते हैं कि महावीर पंचांग में 11 शुभ मुहूर्त हैं. आषाढ़ कृष्ण पक्ष में 13, 14, 15, 19, 20 जून तथा आषाढ़ शुक्ल पक्ष में 25, 26, 27, 28, 29, 30 जून को विवाह का मुहूर्त है. जबकि ऋषिकेश पंचांग में 9 दिन विवाह के लिए शुभ हैं. जिसमें आषाढ़ कृष्ण पक्ष में 13, 14, 15 जून तथा शुक्ल पक्ष 25, 26, 27, 28, 29और 30 जून तक अंतिम शुभ मुहूर्त है. इसके बाद महावीर पंचांग के अनुसार 25 नवंबर एवं 30 नवंबर कार्तिक शुक्ल पक्ष में तथा अघन माह के कृष्ण पक्ष में 1, 2, 6, 7, 8, 9, 11 और 14 दिसंबर तक विवाह की शुभ मुहूर्त है.

फीकी हुई सजने-संवरने की इच्छा

कहते हैं कि जब किसी युवती के हाथ पीले होने का वक्त आता है तो उसे खूब सजने संवरने की इच्छा होती है. लेकिन कोरोना की वजह से लागू हुए लॉकडाउन के बाद अनलॉक ने उनकी मंशा पर पूरी तरह पानी फेर दिया है. मनिहारी की दुकान पूरी तरह बंद पड़े हैं. कपड़ा दुकान से लेकर जूता-चप्पलों की दुकानें भी बंद हैं. ऐसे में युवक व युवतियां अपनी जरूरत के सामान भी नहीं खरीद पा रहे हैं. वहीं, विवाह समारोह में वर-वधू समेत सभी लोगों को मास्क पहनना अनिवार्य है.

क्या कहते हैं लोग

मांडू निवासी दीपक कुमार अपनी पुत्री का शुभ विवाह आगामी 14 जून कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के बाद अब अनलॉक वन आ गया है. इसलिए बाजार में कुछ सामग्री उपलब्ध तो हो पा रहे हैं, पर कपड़े की दुकान, कॉस्मेटिक तथा जूता चप्पल की दुकानें बंद रहने से भारी आफत हो रही है. ऐसे में छोटे-मोटे दुकानों से ही खरीदारी कर काम चलाना पड़ रहा है. शायद कोरोना जैसी महामारी नहीं आती तो लोग पहले की तरह धूमधाम के साथ शादी संपन्न कराते. लेकिन मौजूदा दौर में स्थिति कुछ और ही है. दुकानें बंद हैं. जिसके कारण सामग्रियों की खरीदारी में दोगुनी कीमत चुकानी पड़ रही है.

सोशल डिस्टेंसिंग है जरूरी

झारखंड सरकार के आदेशानुसार लोगों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी है. जब हम सरकार के सभी नियमों का अक्षरशः पालन करेंगे तभी इस वैश्विक महामारी को मात दे सकते हैं. वर एवं वधू पक्ष के 50 सदस्यों से अधिक भाग नहीं लेना है. सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करते हुए मास्क, गलव्स, सैनेटाइजर का उपयोग करना है. कार्यक्रम स्थल पर स्वच्छता की व्यवस्था करना आवश्यक है. कार्यक्रम की लिखित सूचना सात दिन पूर्व अपने क्षेत्र के अंचलाधिकारी या थाना प्रभारी को देना है. नियम तोड़ने पर आइपीसी की धारा के तहत कार्रवाई हो सकती है.

Posted By: Amlesh Nandan Sinha.

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