उरीमारी. रैयत विस्थापित मोर्चा उरीमारी शाखा व झामुमो कार्यकर्ताओं ने शनिवार को उरीमारी साउथ परियोजना में कार्यरत आउटसोर्सिंग कंपनी आशीर्वाद का कामकाज ठप करा दिया. आंदोलन का नेतृत्व कर रहे मोर्चा के सचिव विनोद हेंब्रम ने बताया कि 19 सितंबर को उरीमारी परियोजना के पदाधिकारी को 350 बेरोजगार विस्थापित ग्रामीणों की सूची सौंपी गयी थी. मामले पर 28 सितंबर को सीसीएल प्रबंधन, आशीर्वाद कंपनी व मोर्चा के प्रतिनिधियों की वार्ता भी हुई थी. इसमें मोर्चा को आश्वस्त किया गया था बेरोजगार विस्थापितों को आउटसोर्सिंग कंपनी में रोजगार दिया जायेगा, लेकिन प्रबंधन ने इस दिशा में अभी तक कुछ नहीं किया है. इधर, कंपनी का कामकाज ठप होने के बाद परियोजना पदाधिकारी दिलीप कुमार व कंपनी के मैनेजर दिवाकर विश्वकर्मा ने मोर्चा प्रतिनिधियों से वार्ता की, लेकिन वार्ता विफल हो गयी. शाम को परियोजना पदाधिकारी दिलीप कुमार ने मोर्चा प्रतिनिधियों को बताया कि बरका-सयाल जीएम ने रविवार को सुबह 11 बजे अपने कार्यालय में वार्ता के लिए बुलाया है. जीएम से वार्ता का आश्वासन मिलने के बाद आंदोलन वापस ले लिया गया. इस दौरान कंपनी का कामकाज करीब 10 घंटे तक बाधित रहा. दूसरी ओर, झामुमो नेता संजय करमाली ने कहा कि यदि मोर्चा की मांगों को नहीं माना गया, तो हमलोग अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू कर देंगे. बंद में सूरज बेसरा, मोहन सोरेन, सन्नी सोरेन, रवींद्र सोरेन, पंकज हेंब्रम, साहेबराम बेसरा, विजय सोरेन, आंनद हेंब्रम, अजय बेसरा, बंशीलाल मुर्मू, अजय करमाली, प्रेम सोरेन, अजय मरांडी, नरेश बेसरा, मिथुन सोरेन, सुखराम बेसरा, अरुण करमाली शामिल थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है