निजी कंपनी को जमीन नहीं देने का निर्णय
जल, जंगल, जमीन बचाओ संघर्ष मोर्चा के बैनर तले रैयतों व ग्रामीणों की बैठक सोमवार को रबोध जोगा चौक में हुई. इसकी अध्यक्षता धनेश्वर महतो ने की. बैठक में बताया गया कि कोयला मंत्रालय ने निजी कंपनी ट्वेंटी फर्स्ट सेंचुरी को रबोध कोल ब्लॉक आवंटित किया है.
गिद्दी(हजारीबाग). जल, जंगल, जमीन बचाओ संघर्ष मोर्चा के बैनर तले रैयतों व ग्रामीणों की बैठक सोमवार को रबोध जोगा चौक में हुई. इसकी अध्यक्षता धनेश्वर महतो ने की. बैठक में बताया गया कि कोयला मंत्रालय ने निजी कंपनी ट्वेंटी फर्स्ट सेंचुरी को रबोध कोल ब्लॉक आवंटित किया है. कंपनी 1500 एकड़ जमीन में कोयला खनन करेगी. इसमें 300 एकड़ जमीन रैयतों की है. बैठक में मुखिया सुदर्शन भुइयां, उपमुखिया किरण देवी, शिवकुमार बेसरा, बलराम भुइयां, धनेश्वर महतो, सुदर्शन महतो, बसंत शर्मा, भुवनेश्वर ठाकुर, पावंती मुर्मू ने अपनी-अपनी बातें रखी. वक्ताओं ने कहा कि यहां की जमीन चली जायेगी, तो हमारा व गांव का अस्तित्व ही समाप्त हो जायेगा. निजी कंपनी को जमीन देना किसी भी दृष्टिकोण से उचित नहीं रहेगा. बैठक में सर्वसम्मति निजी कंपनी को किसी भी कीमत पर एक इंच जमीन नहीं देने का निर्णय लिया गया. इस पर लोगों से अपनी एकता बनाये रखने की अपील की गयी. इसका संचालन सुदर्शन महतो ने किया. बैठक के पश्चात रबोध व बलसगरा के प्रमुख मार्गों से ढोल-नगाड़े के साथ रैली निकाली गयी. लोग निजी कंपनी के खिलाफ नारे लगाते चल रहे थे. जिसमें सैकड़ों ग्रामीण महिला व पुरूष शामिल थे. बैठक में मोहनलाल महतो, रामप्रसाद सिंह, बलराम भुइयां, बाबूराम मांझी, लालदेव महतो, हरिनाथ महतो, उदयनाथ महतो, नरेश महतो, दशरथ प्रसाद महतो, अजय महतो, बिरेंद्र महतो, प्रदीप ठाकुर, त्रिपुरारी सिंह, बसंती देवी, सुधीर महतो, साहेब महतो सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण व रैयत उपस्थित थे.
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