गोला. गोला प्रखंड कृषि प्रधान क्षेत्र है. यहां के 80 फीसदी लोग कृषि पर निर्भर हैं. इन दिनों किसानों को फसलों का लागत मूल्य नहीं मिलने से मायूसी है. गोला डेली मार्केट में गुरुवार को फूलगोभी दो से तीन रुपये प्रति किलो बिकी. इससे नाराज किसान ने फूलगोभी की फसल पर ट्रैक्टर चला दिया. बताया जाता है कि एक सप्ताह पूर्व फूलगोभी का मूल्य 20 से 25 रुपये प्रति किलो था. यह अचानक घट कर दो से तीन रुपये हो गया. बताया जाता है कि क्षेत्र में हरी सब्जियों का अधिक उत्पादन एवं बाहर के व्यापारियों के गोला नहीं पहुंचने से यह स्थिति उत्पन्न हुई है. मिली जानकारी के अनुसार, गोला डेली मार्केट में गुरुवार को पत्तागोभी पांच से छह रुपये, बैंगन आठ से दस रुपये, आलू दस से बारह रुपये, बीन पंद्रह रुपये, टमाटर बीस रुपये, पालक पांच से छह रुपये, मैथी साग दस से बारह रुपये, मूली पांच से छह रुपये, गाजर बीस रुपये, धनिया पत्ता दस से बारह रुपये, लौकी दस से बारह रुपये प्रति किलो की दर से सब्जियां बेची गयीं. किसानों ने बताया कि एक सप्ताह पूर्व सब्जी का मूल्य अच्छा मिल रहा था. अब सब्जी का दाम कम हो गया है. इससे हम लोगों को लागत मूल्य भी नहीं मिल रहा है. किसानों ने कहा : जांगी निवासी किसान ललन कुशवाहा ने बताया कि लागत मूल्य नहीं मिलने से हमने फूलगोभी के खेत में ट्रैक्टर चलवा दिया. बरवाटांड़ के किसान संदीप कुमार ने बताया कि मेरे गांव के अधिकतर लोग हरी सब्जी की खेती करते हैं, लेकिन उचित दाम नहीं मिलने से किसान परेशान हैं. किसान रितिक कुमार एवं अनिल कुमार ने भी बताया कि मेरे गांव के लोगों की जीविका का मुख्य साधन कृषि कार्य है. हम लोग सालों भर हरी सब्जी की खेती करते हैं. हम लोगों ने कर्ज लेकर सब्जियों की खेती की थी, लेकिन उचित दाम नहीं मिलने से हमलोगों के समक्ष विकट स्थिति उत्पन्न हो गयी है.
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