Electricity In Jharkhand: पतरातू (रामगढ़), अजय तिवारी-झारखंड बिजली वितरण निगम और एनटीपीसी की ज्वाइंट वेंचर कंपनी पीवीयूएनएल (पतरातू विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड) से जनवरी में ही 800 मेगावाट की पहली यूनिट से बिजली का उत्पादन शुरू कर दिया जाएगा. सीईओ आरके सिंह ने सोमवार को पीवीयूएनएल पतरातू के सुभाष चंद्र बोस हॉल में प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि ट्रांसमिशन लाइन की समस्या का भी समाधान किया जा रहा है, ताकि उत्पादित बिजली को सही ढंग से दूसरे स्थानों पर भेजा जा सके. ट्रांसमिशन लाइन के निर्माण का कार्य निर्धारित समय में पूरा कर लिया जाएगा. इसके लिए ऊर्जा विभाग कार्य कर रहा है. उसके बाद बिजली बेचने की प्रक्रिया चालू कर दी जाएगी. इसकी तैयारी प्रबंधन द्वारा शुरू की जा रही है.
4000 मेगावाट के पावर प्लांट का तेजी से हो रहा निर्माण
सीईओ आर के सिंह ने कहा कि पीवीयूएनएल पतरातू में बन रहे 4000 मेगावाट के पावर प्लांट का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. यहां पर पहले दौर में 800 मेगावाट की तीन यूनिट लगनी है. इसमें पहली यूनिट जनवरी माह के अंत तक, दूसरी और तीसरी यूनिट दिसंबर 2025 के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा. यहां से होने वाले बिजली उत्पादन का 85% झारखंड को और 15% केंद्र को दिया जाएगा. पीवीयूएनएल पतरातू पावर प्लांट के लिए कोयला बनहरदी कोल ब्लॉक लातेहार से आएगा. पीवीयूएनएल द्वारा क्षेत्र में वेलफेयर के कार्य भी किए जा रहे हैं. गांवों में सामुदायिक विकास, एजुकेशन, हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर, कम्युनिटी सेंटर, स्कूल, कॉलेज की बेसिक सुविधाएं, स्पोर्ट्स एक्टिविटीज, शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, महिलाओं का सशक्तीकरण, स्किल डेवलपमेंट और विभिन्न गांवों में महापुरुषों की प्रतिमा का निर्माण सहित कई योजना पर कार्य किए जा रहे हैं.
मौके पर ये थे उपस्थित
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पीवीयूएनएल के पूर्व सीईओ और पीवीयूएनएल के प्रबंधक ने केक काटकर नववर्ष का जश्न मनाया. इस मौक पर जीएम प्रोजेक्ट अनुपम मुखर्जी, जीएम ओएंडएम देवदीप बोस, जीएम मेंटेनेंस मनीष खेडापाल, एजीएम टीएस आलोक कुमार, सीएमओ संजय कुमार, सीएफओ नागेंद्र मिश्रा, डीजीएम माइनिंग जीवनेंदु महापात्र, राजेश डुंगडुंग, एचओएचआर जियाउर रहमान, लाची गोला आदि मौजूद थे.
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