गोला के औंराडीह में अनाज खाने पहुंचा हाथी, एक ग्रामीण को पटक कर किया घायल
गोला प्रखंड के औंराडीह गांव में हाथी एक ग्रामीण के घर में घुसकर पहले अनाज खाया. फिर एक ग्रामीण को पटक कर गंभीर रूप से घायल कर दिया. घटना की सूचना मिलने पर फोरेस्टर ने घायल व्यक्ति को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, गोला में इलाज के लिए भर्ती कराया, जहां उसका इलाज चल रहा है.
गोला (रामगढ़) : लॉकडाउन का असर अब जंगली जानवारों पर भी दिख रहा है. हाथी के अलावे कई जंगली जानवर इन दिनों जंगलों को छोड़ गांवों में घूमते नजर आ रहे हैं. सोमवार की सुबह गोला प्रखंड के औंराडीह गांव में हाथी एक ग्रामीण के घर में घुसकर पहले अनाज खाया. फिर एक ग्रामीण को पटक कर गंभीर रूप से घायल कर दिया. घटना की सूचना मिलने पर फोरेस्टर ने घायल व्यक्ति को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, गोला में इलाज के लिए भर्ती कराया, जहां उसका इलाज चल रहा है.
Also Read: लॉकडाउन में फंसे श्रमिकों और कामगारों के घर लौटने का रेल किराया देगी झारखंड प्रदेश कांग्रेस!
बताया जाता है कि डुमरगढ़ा महिला मंडल पीडीएस दुकान का राशन अनिल तांती के मकान में रखा हुआ था. इसे खाने के लिए एक हाथी वहां पहुंच गया. हाथी जैसे ही घर का दरवाजा तोड़ा, दरवाजा टूटने की आवाज सुन कर बगल में सो रहे सुखदेव बेसरा चोर समझकर उसे भगाने के लिए वहां पहुंच गया. अंधेरा होने के कारण उसने हाथी को नहीं देख पाया. इस बीच हाथी ने सुखदेव बेसरा को पटक कर घायल कर दिया. उसके चिल्लाने की आवाज सुनकर ग्रामीण वहां पहुंचे और हाथी को भगाया. हाथी आने से गांव में दहशत का माहौल कायम हो गया है.
Also Read: 115 में 27 ने कोरोना को हराया, अन्य भी तेजी से हो रहे स्वस्थ
ग्रामीणों ने वन विभाग से हाथियों से सुरक्षा की मांग की है. ग्रामीणों ने बताया कि आमूमन अप्रैल-मई माह में हाथियों का आगमन नहीं होता है, लेकिन इस बार लॉकडाउन के कारण पूरे क्षेत्र में सन्नाटा पसरा है. सड़कों पर वाहन नहीं चल रहे हैं. इस कारण हाथी जंगल में पहुंच गये हैं और यहां के बाद गांवों की ओर रुख कर रहे हैं. गौरतलब हो कि इससे पूर्व भी गोला में दर्जनों लोगों को हाथियों ने पटक कर मौत की घाट उतार चुका है, वहीं सैकड़ों लोगों को घायल भी कर चुका है.