खेतों की जुताई में जुटे किसान, बारिश के साथ खरीफ फसल की बुवाई शुरू

मृगशिरा नक्षत्र के साथ ही मानसून (Monsoon) का भी आगमन हो गया है. जगह- जगह बारिश भी हो रही है, जिससे किसान काफी खुश हैं. किसान अपने- अपने खेतों की जुताई में जुट गये हैं. कहीं- कहीं खरीफ फसल की बुवाई भी शुरू हो गयी है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 13, 2020 8:05 PM
an image

कुजू (रामगढ़) : मृगशिरा नक्षत्र के साथ ही मानसून (Monsoon) का भी आगमन हो गया है. जगह- जगह बारिश भी हो रही है, जिससे किसान काफी खुश हैं. किसान अपने- अपने खेतों की जुताई में जुट गये हैं. कहीं- कहीं खरीफ फसल की बुवाई भी शुरू हो गयी है, जबकि पिछले साल इस समय तक खरीफ फसल यानी मकई व धुरिया धान का बीज खेत में लग गया था, लेकिन इस बार अब तक इसकी शुरुआत नहीं हो सकी है.

किसानों की टकटकी आसमान की ओर लगी थी. आषाढ़ माह के पहले सप्ताह बारिश नहीं होने से किसान परेशान दिख रहे थे. रोहनी नक्षत्र में बारिश की स्थिति ठीक नहीं रही, जिससे किसान मायूस थे. मृगशिरा नक्षत्र में मॉनसून के आगमन से किसानों के बीच काफी उत्साह जगी है.

Also Read: कोरोना इफेक्ट : तमिलनाडु से लौटी बेटियों को घर में रखने से किया इन्कार, गांव के सुनसान घर में ली शरण

इस संबंध में विशेषज्ञों का मानना है कि इस वर्ष बारिश की स्थिति ठीक रहेगी और फसल भी होगी. अब बारिश के होते ही किसान अपने- अपने कामों में जुट गये हैं. साथ ही किसानों द्वारा खाद (गोबर) डालने, खेतों की जुताई तथा मकई, धान के बिचड़े लगाने का कार्य शुरू कर दिया है.

किसान चेतलाल महतो ने बताया कि रोहनी नक्षत्र समाप्त हो चुका है. इस नक्षत्र में बारिश हुआ ही नहीं. 7 जून से मृगशिरा नक्षत्र का आगमन हो चुका है. इसमें किसानों के लिए बारिश होना बहुत ही आवश्यक है. रोहनी नक्षत्र में बारिश नहीं होने की वजह से किसान खरीफ फसल की भी बुवाई नहीं कर पा रहे थे. लेकिन, मौसम ने करवट लिया है, जिससे किसान काफी खुश हैं और फसल की बुवाई में जुट गये हैं.

कच्चाडाड़ी के किसान राजनाथ महतो कहते हैं कि हम किसान मानसून के साथ जुआ खेलते हैं. मानसून ठीक- ठाक रहा, तो खेती अच्छी होगी. रोहनी नक्षत्र में बारिश नहीं होने से किसानों द्वारा केवल खेत की जुताई व खाद ही डाल पाये हैं. मृगशिरा नक्षत्र में मानसून प्रवेश कर चुका है. हम सब उत्साहित हैं. खेती के लिए पूरा परिवार जुट गये हैं. मृगशिरा नक्षत्र 21 जून तक रहेगा. उसके बाद 22 जून से आद्रा नक्षत्र का प्रवेश होना है. इन दोनों नक्षत्रों में किसानों के लिए बारिश बहुत आवश्यक है.

इस वर्ष बेहतर खेती की है उम्मीद : डॉ दुष्यंत राघव

प्रभारी कृषि विज्ञान केंद्र, मांडू के डॉ दुष्यंत राघव ने कहा कि जिले में मानसून प्रवेश कर गया है. स्थिति भी सामान्य रहेगा. 4- 5 दिनों तक प्रतिदिन 20- 25 एमएम वर्षा होगी. इससे खेतों की नमी भी बढ़ेगी. किसान खेत में मेढ़बंदी कर जुताई शुरू कर दें. साथ ही अरहर, उड़द, तिल की बुवाई जल्द शुरू करें.

Posted By : Samir ranjan.

Exit mobile version