Good News: पतरातू (रामगढ़), अजय तिवारी: पीवीयूएनएल पतरातू के सीईओ आरके सिंह ने शनिवार को सुभाषचंद्र बोस हॉल में कहा कि पीवीयूएनएल पतरातू में 4000 मेगावाट के पावर प्लांट का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. पहले फेज में 800-800 मेगावाट की तीन यूनिट लगनी है. पहली यूनिट दिसंबर 2024, दूसरी यूनिट सितंबर 2025 और तीसरी यूनिट का कार्य नवंबर 2025 में पूरा कर लिया जाएगा. इसके साथ ही इन यूनिटों से उत्पादन शुरू होने लगेगा. दिसंबर 2024 में पहली यूनिट से 800 मेगावाट बिजली का उत्पादन शुरू हो जाएगा. अभी चार यूनिट से 800 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है.
बिजली के लिए कहां से आएगा कोयला?
पीवीयूएनएल पतरातू के सीईओ आरके सिंह ने बताया कि कोयला हेंदेगीर बनहरदी से आएगा. यहां कोल माइंस का कार्य तेजी से चल रहा है. यह प्लांट राज्य सरकार से ज्वाइंट वेंचर के अंतर्गत है. प्लांट से तैयार बिजली का 85 फीसदी राज्य सरकार को देने का लक्ष्य है.
सीएसआर के तहत गांवों के विकास को लेकर क्या है प्लान?
सीएसआर के तहत समुदाय विकास के लिए पतरातू क्षेत्र के विभिन्न गांवों में 16 करोड़ की लागत से शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, स्किल डेवलपमेंट आदि में खर्च किए गए हैं. आगे भी सीएसआर के तहत पीवीयूएनएल अंतर्गत आनेवाले गांवों में करोड़ों की लागत से विकास योजनाओं पर खर्च करने की योजना है. उन्होंने बताया कि पंचायत के मुखिया द्वारा भी विभिन्न पंचायतों के विकास के लिए पीवीयूएनएल पतरातू से मांग की जाती है. उसके बाद सीएसआर के माध्यम से कई योजनाएं दी जाती हैं, ताकि गांव में भी विकास हो सके.
प्रेस वार्ता में कौन-कौन थे मौजूद?
प्रेस वार्ता के मौके पर जीएमओ एंड एम देवदीप बोस, जीएम प्रोजेक्ट अनुपम मुखर्जी, जीएम सी एंड टी रवींद्र पटेल, जीएम माइनिंग क्रोविदि चंद्रशेखर, सीएमओ डॉ संजय कुमार, एचओ एचआर जिआउर रहमान, एसएम आर एंड आर संतोष कुमार सिंह सहित अन्य उपस्थित थे.
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