गोला. गोला वन क्षेत्र में पिछले चार-पांच दिनों से जंगली हाथियों का उत्पात एक बार फिर से बढ़ गया है. जिस कारण क्षेत्र में दहशत का माहौल है. बुधवार की सुबह में एक हाथी भटक कर सोसोकला गांव पहुंच गया. इस दौरान खेत में काम कर रहे सोसोखुर्द निवासी बोहरन महतो एवं उसकी पत्नी रमनी देवी को चोटिल कर दिया. बताया जाता है कि दोनों पति-पत्नी हाथी को देखने के बाद भाग कर अपनी जान बचायी. दोनों घायलों का इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोला में किया गया. वहीं हाथी को देखने के लिए लोगों का भीड़ उमड़ पड़ी. इस बीच लोग हाथी को ईंट एवं पत्थर से मारते हुए देखे गये. वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि हाथी का उग्र होने का वजह क्षेत्र के ग्रामीणों के द्वारा उनके साथ दुर्व्यवहार होता है. गांव में हाथी पहुंचने पर लोग हाथी के पीछे-पीछे दौड़ते हैं और हाथी को ईंट- पत्थर से मारने लगते हैं और जोर-जोर से चिल्लाने लगते हैं. इस वजह से हाथी लोगों को पीछे मुड़कर दौड़ाते और लोग दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं. वन विभाग के अधिकारियों ने ग्रामीणों को हाथियों से दूर रहने की अपील की है. वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 10 हाथियों का झुंड वन क्षेत्र में विचरण कर रहे हैं. इसमें से एक हाथी अपने झुंड से बिछड़ गया था, जो सुबह में झुंड में शामिल हो गया. फिलहाल सभी हाथी पूरबडीह जंगल में है. हाथियों ने पूरबडीह, सोसोकला, जांगी, कुम्हरदगा, ब्राह्मण सगातू सहित अन्य गांवों में दर्जनों लोगों के खेतों में लगे फसलों को रौंदकर बर्बाद कर दिया. ग्रामीणों ने वन विभाग अधिकारियों से क्षतिपूर्ति मुआवजा एवं सुरक्षा प्रदान करने की मांग की है.
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