CM हेमंत सोरेन अपनी बड़ी मां के निधन से मर्माहत, अंतिम संस्कार में हुए शामिल, कहा- मदर्स डे पर बड़ी मां को खोना अत्यंत पीड़ादायक है
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की बड़ी मां दुखनबाला सोरेन का रविवार को रांची में निधन हो गया था. इनका अंतिम संस्कार सोमवार को इनके पैतृक गांव नेमरा (गोला प्रखंड) के ढेका कोचा नाला स्थित घाट में किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, दिशोम गुरु शिबू सोरेन सहित परिवार के अन्य सदस्य शामिल हुए. इस दौरान मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने अपनी बड़ी मां की अर्थी को कंधा दिया.
गोला (रामगढ़) : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की बड़ी मां दुखनबाला सोरेन का रविवार को रांची में निधन हो गया था. इनका अंतिम संस्कार सोमवार को इनके पैतृक गांव नेमरा (गोला प्रखंड) के ढेका कोचा नाला स्थित घाट में किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, दिशोम गुरु शिबू सोरेन सहित परिवार के अन्य सदस्य शामिल हुए. इस दौरान मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने अपनी बड़ी मां की अर्थी को कंधा दिया. श्मशान घाट में मुख्यमंत्री के चाचा स्व लालू सोरेन के पुत्र दयानंद सोरेन ने मुखाग्नि दी.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि मदर्स डे पर अपनी बड़ी मां को खोना अत्यंत पीड़ादायक है. हमारे अभिभावक हर दुःख सहते हुए हमारे सुखों का ख्याल रखते है. उन्होंने कहा कि इनकी मृत्यु से परिवार को अपूरणीय क्षति हुई है. इधर, श्री सोरेन की बड़ी मां का शव जैसे ही घर पहुंचा, परिजन रोने लगे. सबों के आंखें नम हो गयी. सीएम जब पार्थिव शरीर को कंधा दिया, तो उनके भी आंखों से आंसू छलक आये.
तीनकर्मा में होगा श्राद्धकर्म
इनके निधन पर राजाराम सोरेन के दामाद समाय टुड्डू ने बताया कि इनकी मृत्यु पर तीनकर्मा में (बुधवार को) ही श्राद्धकर्म किया जायेगा. यह निर्णय लॉकडाउन के कारण लिया गया है.
राजाराम सोरेन की पत्नी थीं दुखनबाला सोरेन
दुखनबाला सोरेन झारखंड आंदोलनकारी नेता राजाराम सोरेन की पत्नी थी. वे रांची के बूटी मोड़ स्थित अपनी बेटी-दामाद के यहां रह रही थी. जहां रविवार संध्या में अचानक उन्हें हार्टअटैक आने से उनकी मृत्यु हो गयी. वे अपने पीछे दो पुत्री सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गयी.
सुरक्षा का था पुख्ता इंतजाम
मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया था. हारुबेड़ा से लेकर नेमरा तक चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल के जवानों की तैनाती की गयी थी. इनके आगमन को लेकर हेलीपैड बनाया गया था, लेकिन मुख्यमंत्री सड़क मार्ग से ही अपने गांव पहुंचे. इनकी सुरक्षा व्यवस्था में डीआईजी अमोल वेनुकांत होमकर, उपायुक्त संदीप सिंह, एसपी प्रभात कुमार, डीडीसी संजय सिन्हा, एसडीओ कृतिश्री, डीएसपी मुख्यालय प्रकाश सोय, बीडीओ कुलदीप कुमार, सीओ महेंद्र उरांव सहित कई अधिकारी मौजूद थे.
ग्रामीणों को नहीं घुसने दिया गया घर
दुखनबाला सोरेन का शव जैसे ही नेमरा गांव पहुंचा. यहां पर मौजूद अधिकारियों ने किसी भी ग्रामीण को प्रवेश नहीं करने दिया गया. अधिकारी यहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते रहे. साथ ही शमशान घाट में भी 20-25 लोगों को ही जाने दिया गया.
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मंत्री समेत अन्य लोगों ने भी किया शोक व्यक्त
मौके पर पेयजल व स्वच्छता मंत्री मिथलेश ठाकुर, विधायक सीता सोरेन, विधायक ममता देवी, पूर्व विधायक अर्जुन राम महतो, राज्यसभा प्रत्याशी शहजादा अनवर, झामुमो जिलाध्यक्ष विनोद किस्कू, काली प्रसाद चक्रवर्ती, बरतू करमाली, करम मांझी, जीतलाल टुड्डू, आलम अंसारी, सुनील करमाली, फखरुद्दीन अंसारी, विद्या कुमारी बेदिया, जयपाल सिंह मुंडा, चंद्रशेखर पटवा, अनुज कुमार, बजरंग कुमत, अमित कुमार, रामविनय महतो, असगर अली, सुनील करमाली सहित कई लोग शामिल होकर शोक व्यक्त किया.