चिकित्सक दुर्व्यव्यवहार मामले में जांच रिपोर्ट सौंपी
महिला दंत चिकित्सक डॉ जेनी सिंह के साथ प्रधान लिपिक सैयद नक्की अहमद की ओर से किये गये दुर्व्यवहार मामले की जांच के लिये सीएस डॉ महालक्ष्मी प्रसाद ने चार सदस्यीय कमेटी का गठन किया था
रामगढ़. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मांडू में महिला दंत चिकित्सक डॉ जेनी सिंह के साथ प्रधान लिपिक सैयद नक्की अहमद की ओर से किये गये दुर्व्यवहार मामले की जांच के लिये सीएस डॉ महालक्ष्मी प्रसाद ने चार सदस्यीय कमेटी का गठन किया था. जांच कमेटी में एसीएमओ रामगढ डॉ आदित्य कुमार रामा, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ स्वराज, जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी डॉ तुलिका रानी, डॉ उदय श्रीवास्तव शामिल हैं. टीम ने जांच रिपोर्ट सीएस रामगढ़ डॉ महालक्ष्मी प्रसाद को सौंपा है. सीएस रामगढ़ के द्वारा जांच प्रतिवेदन उपायुक्त रामगढ को सौंप दिया गया है. इधर घटना के कई दिन बीतने के बाद भी निलंबित लिपिक के विरूद्ध थाना में प्राथमिकी दर्ज नहीं की गयी है. जिससे पीड़ित महिला चिकित्सक व्यथित है. इस संबंध में महिला दंत चिकित्सक जेनी सिंह का कहना है कि इस मामले में झासा संघ व उपायुक्त रामगढ के द्वारा संवेदनशीलता के साथ मदद की गयी है. दुखद है कि सीएससी मांडू डॉ रश्मि सांगा की उपस्थिति में सारी घटना घटने के बावजूद प्राथमिकी दर्ज कराने को लेकर पहल नहीं किया जा रहा है. उलटा थाना में दिये गये आवेदन को वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है. इससे वह काफी आहत हैं. साथ ही अपनी सुरक्षा को लेकर भी परेशान हैं. मामले को लेकर झासा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ शरद ने बताया कि महिला चिकित्सक की सुरक्षा को लेकर झासा चिंतित है. मामले को लेकर एसपी रामगढ़ से बात की गयी है. एसपी ने मामले को गंभीरता से लिया है. साथ ही आश्वासन दिया है कि महिला चिकित्सक के सुरक्षा को लेकर पुलिस हर आवश्यक कदम उठायेगी.