मांडू. मांडू अंचल के सीसीएल द्वारा अधिगृहित पुंडी भूमि के 92 खाता की 8.97 एकड़ जमीन पर दावों की जांच के लिए गठित एसआइटी की टीम शुक्रवार को मांडू अंचल कार्यालय पहुंची. इस टीम के दो सदस्य नहीं आये थे. उनकी अनुपस्थिति में एसआइटी टीम की अध्यक्ष सह अपर समाहर्ता गीतांजलि कुमारी ने अंचल कार्यालय पहुंच कर रैयतों के दस्तावेजों की जांच की. मौके पर अपर समाहर्ता ने बताया कि जमीन पर दावा करने वाले 43 कथित रैयतों को नोटिस जारी किया गया था. दस रैयतों ने नोटिस लिया था. इसमें से नौ रैयतों ने शुक्रवार को उपस्थित होकर अपना अपना दावा दिया. इनमें से तीन रैयत सशरीर उपस्थित हुए. शेष सशरीर उपस्थित नहीं थे. उन्होंने कहा कि जांच चल रही है. इधर, पुडी गांव के ग्रामीण रैयत नरेंद्र रविदास व सुखदेव महतो ने बताया कि कुछ बाहरी तत्वों द्वारा गलत कागजात बना कर पुडी गांव की जमीन पर दावा प्रस्तुत किया जा रहा है. यहां की जमीन पूर्वजों के समय से उनकी जोत- कोड़ और आबाद में है. पुंडी परियोजना में ही पूर्व में जमीन अधिग्रहण के बाद उनके कई परिजनों को नौकरी भी मिली है. रैयतों ने कहा कि बाहरी लोगों को खदेड़ा जायेगा. गौरतलब हो कि एसआइटी टीम में रामगढ़ की एलआरडीसी और रामगढ़ के एसडीओ भी सदस्य हैं. सीसीएल द्वारा अधिग्रहित पुंडी परियोजना की 8.97 एकड़ जमीन का मामला पूरे क्षेत्र में चर्चा में है. इस जमीन के नीचे कोयले का भंडार है. अधिगृहित जमीन के बदले सीसीएल में प्रति दो एकड़ पर एक व्यक्ति को नौकरी और मुआवजा देने का प्रावधान है.
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