Loading election data...

रात भर गुलजार रहा रजरप्पा का छिन्नमस्तिके मंदिर, श्रद्धालु और तांत्रिक हुए निहाल

Jharkhand News: झारखंड के रामगढ़ जिले के प्रसिद्ध रजरप्पा मंदिर दीपावली की रात रात भर गुलजार रहा. मां छिन्नमस्तिके की कृपा पाकर भक्त और तांत्रिक निहाल हुए.

By Mithilesh Jha | November 1, 2024 9:15 AM
an image

Jharkhand News|रजरप्पा (रामगढ़), शंकर पोद्दार : देश का प्रसिद्ध सिद्धपीठ रजरप्पा काली पूजा की रात पूरी तरह से गुलजार रहा. भक्त और तांत्रिक मां की कृपा से मंदिर आकर निहाल हुए. रात भर मां छिन्नमस्तिके की पूजा हुई. कार्तिक अमावस्या की रात को तंत्र सिद्धि लिए देश के अलग-अलग हिस्से से तांत्रिक रजरप्पा आए थे.

देश के कई राज्यों से रजरप्पा पहुंचे थे तांत्रिक

झारखंड ही नहीं, पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश, असम, दिल्ली, ओडिशा समेत कई राज्यों से श्रद्धालु, साधक और तांत्रिक दीपावली की रात रजरप्पा मंदिर पहुंचते हैं. इस बार भी इन राज्यों के तांत्रिक यहां आए थे. सभी ने मां छिन्नमस्तिके की पूजा की और उनका आशीर्वाद लिया. तंत्र पूजा करने वालों ने भी साधना की.

https://www.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/2024/11/WhatsApp-Video-2024-11-01-at-12.56.19-AM.mp4

13 हवन कुंड में श्रद्धालुओं ने किया हवन-यज्ञ

रामगढ़ जिले के रजरप्पा स्थित मंदिर परिसर में 13 हवन कुंड में मंत्रोच्चार के साथ श्रद्धालुओं ने हवन, यज्ञ किया. साधक और तांत्रिक मंदिर क्षेत्र के जंगलों में, भैरवी-दामोदर के संगम स्थल और एकांतवास में सिद्धि की प्राप्ति के लिए तंत्र साधना में लीन रहे. श्रद्धालुओं ने महाभोग ग्रहण किया.

मंदिर की हुई थी आकर्षक विद्युत सज्जा

काली पूजा के लिए मां छिन्नमस्तिके के मंदिर की आकर्षक विद्युत सज्जा की गई थी. फूलों और गुब्बारों से सजाया गया. मंदिर परिसर की साज-सज्जा से भी भक्त मंत्रमुग्ध थे. यहां आने वाले श्रद्धालुओं ने जमकर सेल्फी ली. हर कोई इस अद्भुत पल को यादगार बनाने में जुट गया था.

https://www.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/2024/11/WhatsApp-Video-2024-11-01-at-12.52.51-AM.mp4

साल में सिर्फ एक बार रात भर खुला रहता है मां का दरबार

मां छिन्नमस्तिके का दरबार साल में सिर्फ एक दिन पूरी रात खुलता है. वह है कार्तिक मास की अमावस्या तिथि. यहां भक्त मां भगवती की पूजा करते हैं. कार्तिक अमावस्या को मंदिर प्रक्षेत्र में दिन में जितनी चहल-पहल रहती है, उतनी ही चहल-पहल रात में भी होती है.

दिन में दिखने लगते हैं अनजान चेहरे, रात को खड़े हो जाते हैं रोंगटे

दिन में कई अनजान चेहरे नजर आने लगते हैं. रात में घने जंगलों के बीच उठती आग की लपटों और धुआं को देख लोग सिहर उठते हैं. जंगलों और कलकल बहती नदियों से आने वाली रहस्यमयी आवाजें सुनकर लोगों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं.

Also Read

सीएम का निर्देश : रजरप्पा को विश्वस्तरीय धार्मिक पर्यटन स्थल बनाएं

Jharkhand: साल में सिर्फ एक दिन रात में खुलता है ये मंदिर, देश भर से आते हैं साधक और तांत्रिक

Exit mobile version