राजनीतिक गलियारों में झारखंडियों के साथ होता है भेदभाव : जयराम

राजनीतिक गलियारों में झारखंडियों के साथ होता है भेदभाव : जयराम

By Prabhat Khabar News Desk | August 27, 2024 10:18 PM

गिद्दी (हजारीबाग). झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के सुप्रीमो जयराम महतो ने कहा कि झारखंड गठित हुए 23 वर्ष बीत गये हैं. कौन झारखंडी है, इसकी पहचान अब तक नहीं मिल पायी है. झारखंड मुश्किल दौर से गुजर रहा है. झारखंडियों के लिए नीति व नियोजन नीति नहीं बन पायी है. झारखंड की जमीन को बाहर के लोग लूट रहे हैं. उक्त बातें टाइगर जयराम महतो ने मंगलवार को मांडू प्रखंड के बड़काचुंबा में बदलाव संकल्प सभा में कही. उन्होंने कहा कि 60-40 नियोजन नीति झारखंडियों के जनमानस के खिलाफ है. राजनीतिक गलियारों में झारखंडियों के साथ भेदभाव होता है. ऐसे में सभी झारखंडियों को एकजुट होकर यह लड़ाई लड़नी होगी. झारखंड के लोग आज नहीं जगेंगे, तो आने वाली पीढ़ियां हमें माफ नहीं करेंगी. विधानसभा चुनाव नजदीक है. झारखंड में राजनीतिक बदलाव की बयार बह रही है. प्रदेश सरकार की मंईयां सम्मान योजना लॉलीपॉप है. वोट हासिल करने के लिए सरकार यह योजना लायी है. केंद्रीय उपाध्यक्ष मोतीलाल महतो ने कहा कि जयराम महतो के विचारों को घर-घर तक पहुंचाने की जरूरत है. सभा में पूजा महतो, बेबी महतो, सानिया परवीन, लीलावती महतो, रूपा महतो, राजेंद्र बेदिया, गिरीशंकर महतो, कुशवाहा पंकज ने भी अपनी-अपनी बातें रखी. इसकी अध्यक्षता बिरेंद्र कुमार तथा संचालन धनराज सिंह व सुरेंद्र कुमार ने किया. सभा के बाद जयराम महतो बलसगरा में मृतक महेश महतो के परिजनों से मुलाकात की. इस अवसर पर रमेश महतो, कपिलदेव महतो, गोविंद महतो, टिकेश्वर महतो, दीपक ठाकुर, मिथुन कुमार, नंदकिशोर कुमार, अनिल कुमार, दीपेंद्र राणा, देवानंद महतो, शिव प्रसाद महतो, संतोष प्रजापति, सिकंदर राम उपस्थित थे.

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