कुजू (रामगढ़) : वनरोपण के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने के लिए कुजू वन समिति को 3 लाख रुपये का पहला पुरस्कार मिला है. जिसे वन समिति किसी कार्य को ग्राम सभा के माध्यम से पारित कराकर खर्च करेगा. जिसका देख-रेख वन विभाग द्वारा किया जायेगा. समिति को वर्ष 2019-20 में रामगढ़ वन प्रमंडल पदाधिकारी के मूल्यांकन के उपरांत चयनित कर प्रोत्साहित करने काम किया गया है.
Also Read: दुमका और बेरमो विधानसभा सीटों के लिए पांच जुलाई के बाद होंगे उपचुनाव
दूसरा पुरस्कार रामगढ़ सिद्धवार कला वन समिति को 2 लाख तथा तीसरा पुरस्कार गोला प्रखंड के साड़म वन समिति को 1 लाख रूपये प्रदान किया गया है. विभाग द्वारा कुजू प्रक्षेत्र के कुजू, सांडी, डटमा, हेसालौंग, रतवे के करीब 170 हेक्टेयर वन भूमि में पीट खुदाई, कंटूर खुदाई, ट्रेंच खुदाई का कार्य हो चुका है. अब पौधरोपण का कार्य शुरू किया जायेगा. मानसून आने का इंतजार है.
इस संबंध में कुजू वन क्षेत्र पदाधिकारी केदार राम ने कहा कि पहले जब वन भूमि पर पौधरोपण का कार्य होता था तो भिन्न-भिन्न प्रजातियों का पौधा लगाया जाता था. लेकिन फिलहाल स्थिति बदली है, और जहां पर पौधरोपण का कार्य चल रहा है वहां अधिकांश ऑक्सीजन प्रदत पौधे लगाये जा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति में जंगल नहीं कटे इसके लिए वे पूरी तरह सजग हैं. साथ ही अपने वनरक्षियों के साथ मिलकर जंगल कटने से बचाने का काम किया जा रहा है. इसके अलावे जंगल में पेड़ न कटे इसके लिए समय-समय पर लोगों में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि फिलहाल वनरोपण के क्षेत्र में कुजू वन समिति के अध्यक्ष रंजीत प्रसाद तथा उनके साथियों के द्वारा कार्य किया जा रहा है जो सराहनीय कदम है. जबकि जंगल काटने वाले व्यक्तियों का नाम चिन्हित कर उसके विरूद्ध कार्रवाई भी की जा रही है.
कुजू वन समिति अध्यक्ष रंजीत कुमार ने कहा कि वे पिछले कई वर्षों से अपने क्षेत्र में पौधरोपण करने के साथ जंगल बचाने में जुटे हैं. लेकिन यह सम्मान पहले नहीं मिल पाया था, पर रामगढ़ वन प्रमंडल पदाधिकारी डॉ विजय शंकर दूबे ने मूल्यांकन कर वन समिति कुजू को चुना है जो सम्मान की बात है. वन विभाग द्वारा दिये गये राशि से कुजू स्थित बड़ा तालाब के सुंदरीकरण को लेकर सीढ़ी निर्माण कराया जायेगा. साथ ही तालाबा के चारों ओर पौधरोपण किया जायेगा.
Posted By: Amlesh Nandan Sinha.