लंच का समय होने के कारण घायल होने से बचे दर्जनों बच्चों
लंच का समय होने के कारण बचे दर्जनों बच्चों
भुरकुंडा. सौंदा डी स्थित राजकीय मध्य विद्यालय में बुधवार को छत का प्लास्टर टूटने की घटना में घायल हुए कक्षा एक के छात्र नील कुमार का इलाज रांची में चल रहा है. उसकी स्थिति खतरे से बाहर है. उसके सिर व पैर में चोट लगी थी. नील के साथ अस्पताल में मौजूद प्रधानाध्यापक मटुक राम ने बताया कि बच्चे की स्थिति खतरे से बाहर है. नील के परिजन भी अस्पताल में हैं. शुक्रवार को नील को छुट्टी मिल सकती है. सिर में चोट लगी थी, इसलिए एहतियातन नील को कम से कम 24 घंटे तक चिकित्सक की निगरानी में रखना जरूरी बताया गया है. इधर, गुरुवार को स्कूल खुलने के बाद स्कूल में इस घटना की चर्चा होती रही. फिलहाल कक्षा एक के कमरे को बंद कर दिया गया है. बच्चों को दूसरे कमरे में बैठाया जा रहा है. शिक्षकों ने बताया कि जिस कमरे का प्लास्टर टूट कर नील के ऊपर गिरा था, वह कमरा 2003 में विधायक फंड से बना था. प्राक्कलन 2.34 हजार रुपये थी. निर्माण के कुछ वर्षों बाद ही कमरा जर्जर हो गया. इसकी शिकायत कई बार शिक्षा विभाग को करते हुए मरम्मत कराने की मांग की जा चुकी है. शिक्षकों ने बताया कि घटना के वक्त लंच का समय था. इक्का-दुक्का बच्चों को छोड़ कर सभी बच्चे बाहर थे. यदि घटना के वक्त बच्चे क्लास रूम में होते, तो कई बच्चों को गंभीर चोट लग सकती थी. क्लास वन में कुल 17 बच्चे अध्ययनरत हैं.
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