रामगढ़. ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल के लेखा लिपिक सह रोकड़पाल सलाउद्दीन अंसारी को सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में रामगढ़ थाना पुलिस ने शनिवार को समाहरणालय परिसर स्थित विभाग के कार्यालय से गिरफ्तार किया. इस दौरान डीसी-एसपी कार्यालय के परिसर में लेखापाल ने हंगामा किया. पुलिस को चकमा देकर भागने लगा, तो पुलिस कर्मियों ने उसे दौड़ा कर पकड़ लिया. सलाउद्दीन हो-हल्ला करते हुए राेते हुए पुलिस पर एसपी कार्यालय के एक कमरे में ले जाकर उसके साथ मारपीट करने का आरोप लगाया. विभाग के कार्यपालक अभियंता राजकुमार भारती ने शुक्रवार काे सलाउद्दीन अंसारी के विरुद्ध कई गंभीर आरोप लगाते हुए रामगढ़ थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. रामगढ़ थाने में गिरफ्तार कर लाये सलाउद्दीन अंसारी ने थाना प्रभारी के समक्ष आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने उनके साथ मारपीट की है. कार्यपालक अभियंता ने झूठा आरोप लगा कर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. लेखापाल ने कहा विभाग में डीएमएफटी से विभिन्न कार्यों के लिए करीब 30 करोड़ टेंडर हुआ है. उसने कमीशनखोरी का विरोध किया था. इसलिए उन्हें फंसाया गया है. थाना प्रभारी इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार ने बताया कि लेखापाल पर प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पूछताछ के लिए उन्हें थाने बुलाया गया था. दो पुलिस पदाधिकारी उन्हें समाहरणालय परिसर उनके कार्यालय गये थे. इसी दौरान, पुलिस को देखकर वह भड़क गये. हल्ला-हंगामा करते हुए भागने लगा, तो पुलिस ने उसे पकड़ा. मारपीट करने की बात गलत है. गिरफ्तार करने के बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेजा गया. यहां से खराब तबीयत के कारण उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
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