गोदाम से लेकर पीडीएस दुकानों तक हो रही है तौल में हेराफेरी
माप तौल में हेराफेरी
By Prabhat Khabar News Desk |
March 30, 2024 9:58 PM
अजय तिवारी, पतरातू
पीडीएस दुकानदारों से कम राशन मिलने के कारण लाभुक परेशान हैं. लाभुकों ने इसकी शिकायत संबंधित विभाग के आला अधिकारियों से भी की है, लेकिन कोई विशेष पहल नहीं की गयी है. गोदाम से लेकर पीडीएस दुकानदारों तक कम राशन देने की शिकायत मिल रही है. मिली जानकारी के अनुसार, गोदाम से डीलरों को कम राशन दिया जाता है. इसके कारण डीलर भी लाभुकों को कम राशन देते हैं. लाभुकों द्वारा कम अनाज देने पर कहा जाता है कि उन्हें गोदाम से ही कम राशन मिलता है. प्रखंड में जन वितरण प्रणाली के तहत राशन वितरण में काफी अनियमितता देखने को मिल रही है. लाभुकों के अनुसार, पीडीएस डीलर हर कार्डधारी के राशन में करीब दो से पांच किलो की सेंधमारी करते हैं. इस संबंध में डीलरों का कहना है कि गोदाम से ही अनाज काट कर दिया जाता है. इसमें हमलोग क्या कर सकते हैं.
कम तौल मिलने से परेशान हैं लाभुक :
लाभुकों का कहना है कि कम राशि मिलने से हमलोग पहले से ही परेशान हैं और इसमें भी कम तौल के कारण हमलोगों को दोहरी परेशानी हो रही है. शिकायत के बाद भी पीडीएस डीलरों पर कोई ठोस कार्रवाई देखने को नहीं मिलती है. अगर कोई लाभुक तौल में कम राशन देने की बात करता है, तो उसका मुंह बंद करने का हरसंभव प्रयास किया जाता है. लाभुकों को सक्षम घोषित कर कार्ड रद्द कराने की धमकी तक दी जाती है. राशन वितरण में अनियमितता चरम पर है. कभी-कभी प्रशासन इन पर कार्रवाई करता है, लेकिन अधिकारियों के साथ मिल कर व पैसे के लेनदेन कर मामले को शांत करा दिया जाता है.
जांच करायी जायेगी :
पतरातू के गोदाम से अनाज उठाव व जन वितरण प्रणाली दुकानों में कम अनाज देने के मामले पर खाद्य आपूर्ति पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार ने कहा कि ग्रामीणों को कम अनाज देने के मामले की हमें कोई जानकारी नहीं मिली है. यदि ऐसा कुछ हो रहा है, तो इसकी जांच करायी जायेगी. उन्होंने कहा कि डीएसओ ने भी पिछले दिन अनियमितता को लेकर जांच की है.
ग्रीनकार्ड लाभार्थियों को नहीं मिल रहा है अनाज :
ग्रीन कार्ड लाभार्थियों को अब तक जुलाई 2023 का अनाज नहीं मिला है. लाभार्थियों ने बताया कि जनवितरण प्रणाली के दुकानदारों द्वारा मार्च माह के अंत तक अनाज की आपूर्ति नहीं करने की बात कही जा रही है. जब इस मामले पर दुकानदारों से पूछा गया, तो कहा कि अनाज का उठाव हो गया है, लेकिन तकनीकी कारणों से कंप्यूटर में उसकी इंट्री नहीं हुई है. एक-दो दिन में सूची आते ही अनाज वितरण शुरू हो जायेगा.