दुलमी प्रखंड क्षेत्र के कोरचे गांव स्थित सरना स्थल में गुरुवार को सरहुल महोत्सव धूमधाम से मनाया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व मुखिया शैलेश चौधरी व विशिष्ट अतिथि आदिवासी समाज के सह सचिव दिनेश मुंडा शामिल हुए. इस दौरान अतिथियों ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया. पूर्व मुखिया ने कहा कि सरहुल प्रकृति का पर्व है. इसे संवार कर रखना आदिवासियों का कर्तव्य है. उन्होंने कहा कि आदिवासियों ने जल, जंगल और जमीन की रक्षा के लिए हमेशा आगे रहे हैं. विशिष्ट अतिथि ने कहा कि सरहुल पर्व आदिवासियों की पहचान है. पेड़, पौधे की पूजा व रक्षा करना सबों की जिम्मेवारी है. इस दौरान यहां लोग ढोल मांदर के थाप पर घंटों थिरके. इससे पूर्व पाहन द्वारा सरना स्थल पर पूजा-अर्चना कर लोगों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता रोहित मुंडा ने की. मौके पर पाहन भिखी मुंडा, श्रीकांत सिंह, नीलकंठ चौधरी, अमलेश सिंह, गोपी मुंडा, देवानंद मुंडा, सुरेंद्र मुंडा, सुगनाथ मुंडा, कमल नाथ मुंडार, ही मुंडा, रंजीत मुंडा, बिरसा मुंडा, लगन मुंडा, कन्हाय मुंडा, बैजंती मुंडा, रूबी मुंडा, अमलेश सिंह, रूपा मुंडा, प्रीति मुंडा, मनीषा मुंडा, कुलिया मुंडा, सुमन मुंडा, संचारियां मुंडा, चुनी बाला मुंडा, उमा मुंडा, सीता मुंडा, सरिता मुंडा, सविता, यशोदा, सीमा मुंडा, रानो मुंडा, रीमा मुंडा, रंजो मुंडा, किरण मुंडा, गंगी मुंडा मौजूद थे.
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