उरीमारी. केके पोड़ा के ग्रामीणों ने गुरुवार को जमीन के बदले नौकरी व मुआवजा की मांग को लेकर बरका-सयाल जीएम ऑफिस के समक्ष प्रदर्शन किया. मुखिया रीता कुमारी ने कहा कि प्रबंधन लोगों के साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है. प्रबंधन द्वारा आउटसोर्सिंग के माध्यम से खदान चालू करने की प्रक्रिया लगभग पूरी कर ली गयी है. इस मामले में सर्वे के लिए बुधवार को सीएमपीडीआइ से सर्वे टीम भी पहुंची थी. ग्रामीणों ने मांगें पूरी नहीं होने के कारण टीम का विरोध किया था. मुखिया ने कहा कि यहां के विस्थापितों को नौकरी, मुवावजा व पुनर्वास देने की मांग प्रबंधन से की जा चुकी है, लेकिन प्रबंधन मामले पर गंभीर नहीं है. ऊपर से आउटसोर्सिंग के माध्यम से जल्द खदान चालू कराने की कोशिश हो रही है. प्रदर्शन के बाद प्रबंधन को पुन: मांग पत्र सौंपते हुए विस्थापितों व प्रभावितों को हटाने से पहले उनके पुनर्वास की व्यवस्था करने की मांग की गयी है. प्रदर्शन में संजय सिंह, राकेश मुर्मू, उप मुखिया विशुन कुमार, सविता देवी, चिंता देवी, रीता किंडो, मानती देवी, परवतिया देवी, गीता देवी, काजल देवी, रीता देवी, तारा देवी, मोनिका टोप्पो, रीना कुमारी, स्वाति टोप्पो, दोमनिका लकड़ा, सोनम देवी, गीता देवी, रूबी देवी, शोभा मिंज, मंजू देवी, सरिता देवी शामिल थे.
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