Jharkhand News: झारखंड के रामगढ़ जिले के मांडू प्रखंड की लईयो उत्तरी व लईयो दक्षिणी पंचायत में कई जगहों पर बड़ी मात्रा में मिथेन गैस का रिसाव जारी है. गैस का रिसाव दिनों-दिन भयावह रूप धारण करता जा रहा है. यह सीसीएल झारखंड उत्खनन परियोजना प्रभावित क्षेत्र है. इन दिनों लईयो उत्तरी पंचायत के मुंडल टोगरी व कोठीटांड़ में डीप बोरिंग से अधिक मात्रा में मिथेन गैस का रिसाव हो रहा है. लईयो उत्तरी पंचायत के मुखिया सुरेश महतो उर्फ मदन महतो ने कहा कि मिथेन गैस रिसाव के कारण दोनों पंचायतों के दस हजार लोगों पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. इस दिशा में पहल नहीं किए जाने से ग्रामीणों में नाराजगी है.
मिथेन गैस का प्रेशर अधिक
मिथेन गैस का प्रेशर अधिक होने के कारण कोठीटांड़ में बारह से पंद्रह फीट ऊपर पानी गिर रहा है. मुंडल टोंगरी में आठ से दस फीट पानी ऊपर की ओर गिर रहा है. दोनों स्थानों पर गैस के तेज रिसाव के कारण काफी तेज आवाजें निकल रही हैं. दोनों डीप बोरिंग किसान के उपजाऊ खेत में हैं. अधिक पानी निकलने के कारण आसपास के खेतों में पानी जमा हो गया है. दूषित पानी के कारण खेत में उगे घास व मिट्टी पीले होने शुरू हो गए हैं. खेत में उगे घास पशुओं के लिये घातक साबित हो सकते हैं. मिथेन गैस का रिसाव भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है.
क्या कहते हैं लईयो के किसान
इस संबंध में लईयो के किसान जीवलाल महतो, जयनंदन महतो, नागेंद्र महतो, शिवनारायण महतो, नेपाल रजवार, शिबू ठाकुर, रूपा महतो ने बताया कि दूषित पानी के कारण क्षेत्र की उपजाऊ जमीन खराब हो रही है. इससे खेतों में अच्छी फसल नहीं होगी. इस कारण किसानों में काफी रोष है. किसानों ने कहा कि सीसीएल प्रबंधन मिथेन गैस रिसाव की ओर ठोस कदम नहीं उठा रहा है. प्रबंधन द्वारा पहल किए जाने के बाद गैस का रिसाव बंद हो जाता और किसानों के उपजाऊ खेत भी बर्बाद नहीं होते. क्षेत्र के किसान खेती पर आश्रित हैं. खेती नहीं होने पर किसानों के बीच विकट समस्या उत्पन्न हो जायेगी. समस्या को दूर करने के लिये किसान प्रबंधन से बात करेंगे, ताकि समस्या को दूर किया जा सके.
क्या कहते हैं पंचायत के मुखिया
लईयो उत्तरी पंचायत के मुखिया सुरेश महतो उर्फ मदन महतो ने कहा कि मिथेन गैस रिसाव के कारण दोनों पंचायतों के दस हजार लोगों पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. पंचायत के स्कूल सहित कई घरों के पास से मिथेन गैस निकल रहा है. क्षेत्र के लोगों के लिये बड़ा संकट है. रामगढ़ डीसी को एक आवेदन देकर समस्या से जल्द ही अवगत कराया जायेगा और क्षेत्र में मिथेन गैस रिसाव की रोकथाम की विशेष पहल करने की मांग की जायेगी.
मिथेन गैस रिसाव पर नहीं हो सकी बात
झारखंड उत्खनन परियोजना के पीओ बीके साहू व चरही जीएम से मिथेन गैस रिसाव को लेकर उनका पक्ष जानने के लिए फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन इन अधिकारियों ने फोन रिसीव नहीं किया. इस कारण इस मसले पर सीसीएल प्रबंधन का पक्ष नहीं रखा जा सका है.
रिपोर्ट : वकील चौहान, केदला, रामगढ़