भुरकुंडा जामा मस्जिद में तरावीह नमाज के बाद दो पक्षों में मारपीट
नमाज के बाद दो पक्षों में मारपीट
भुरकुंडा. भुरकुंडा में अंजुमन कमेटी गठन को लेकर दो फाड़ में बंटे मुस्लिम समाज का विवाद गुरुवार की रात करीब 11 बजे मारपीट में तब्दील हो गया. गुरुवार की रात तरावीह की नमाज के बाद दोनों पक्षों में विवाद के बाद मस्जिद के अंदर ही हाथापाई होने लगी. देखते-देखते दोनों पक्षों के सैकड़ों लोग आमने-सामने हो गये. कई बार हाथापाई हुई. इस बीच, कुछ बुद्धिजीवियों ने लोगों को किसी तरह मस्जिद से बाहर किया. लेकिन लोग बाहर आते ही फिर से भिड़ गये. स्थिति नियंत्रण के बाहर हो गयी. आधे घंटे तक रह-रह कर हाथापाई व मारपीट का सिलसिला चलता रहा. दोनों पक्ष इतने उग्र थे कि सूचना पाकर मौके पर पहुंची भुरकुंडा पुलिस को भी लाठी चलानी पड़ी. पुलिस की सख्ती के बाद भीड़ तितर-बितर हो गयी. पुलिस ने सभी को सख्त चेतावनी देते हुए वहां से हटा दिया. स्थिति की नजाकत को देखते हुए शुक्रवार को अलविदा जुमे की नमाज पुलिस ने अपनी मौजूदगी में अदा करायी. नमाज के दौरान थाना प्रभारी अभिषेक कुमार स्वयं सशस्त्र बल के साथ मौजूद थे. उल्लेखनीय है कि कुछ महीने पहले भी अंजुमन कमेटी विवाद को लेकर जुमे की नमाज के बाद मस्जिद के बाहर हाथापाई की घटना हुई थी. उस समय भी यह मामला थाना पहुंचा था. लेकिन विवाद नहीं सलट सका था. उसी वक्त से दोनों पक्ष एक-दूसरे के प्रति अपने मन में खुन्नस रखे हुए थे. इसका परिणाम गुरुवार की रात मारपीट के रूप में सामने आया. लोग संयम से काम लें : थाना प्रभारी : भुरकुंडा थाना प्रभारी अभिषेक कुमार ने भुरकुंडा क्षेत्र के मुस्लिम धर्मावलंबियों से मसले पर संयम से काम लेने की अपील की है. कहा है कि यदि किसी तरह का आपसी विवाद है, तो उसे मिल-बैठकर सुलझाने का काम करें. इस तरह की घटनाओं से समाज में अच्छा संदेश नहीं जाता है. यदि घटना की पुनरावृति होती है, तो पुलिस सख्त एक्शन लेगी. क्या है अंजुमन का विवाद : भुरकुंडा अंजुमन चुनाव का विवाद करीब एक साल से चल रहा है. इस अंजुमन के अधीन भुरकुंडा के छह जोन जवाहर नगर, ऊपर धौड़ा, सरदार कॉलोनी, बिरसा चौक, मस्जिद कॉलोनी व सुंदरनगर का इलाका आता है. वर्तमान में अंजुमन के तहत पांच जोन एक साथ हैं, लेकिन मस्जिद कॉलोनी अंजुमन अलग राह पर है. अंजुमन का चुनावी विवाद बढ़ने व काफी कोशिशों के बाद मामले के नहीं सुलझने के कारण करीब तीन महीने पूर्व अंजुमन कमेटी ने मस्जिद कॉलोनी से नाता तोड़ लिया था. इस बात का ऊपर धौड़ा मस्जिद से ऐलान भी हुआ था. इसके बाद मस्जिद कॉलोनी में हुए शादी समारोह में शेष पांच जोन के लोग शामिल नहीं हुए थे. यह सिलसिला आज भी जारी है. लोग एक-दूसरे के यहां शादी-विवाह व अन्य आयोजनों में शरीक नहीं हो रहे हैं. विवाद सुलझाने के लिए बेहतर पहल की आवश्यकता : भुरकुंडा अंजुमन कमेटी का विवाद कोई बहुत बड़ा विवाद नहीं है. दोनों पक्षों के इगो ने इस विवाद को गहरा बना दिया है. इसके कारण विवाद आज ऐसे मुकाम पर खड़ा हो गया है कि हर वक्त लड़ाई-झगड़े की आशंका बनी रहती है. रिश्ता-नाता टूटने का ऐलान होने के बाद भी दोनों पक्ष अपने-अपने स्टैंड पर कायम हैं. हालांकि, दोनों पक्ष के लोग समझौता चाहते हैं, लेकिन अपनी ओर से पहले पहल नहीं करना चाहते हैं. ऐसे में समाज के बड़े-बुजुर्ग व बुद्धिजीवियों के सामने इस विवाद को सलटाने की बड़ी चुनौती है.