कोयला उद्योग को निजीकरण करना चाह रही सरकार
कोयला उद्योग को निजीकरण करना चाह रही सरकार
गिद्दी (हजारीबाग). एनसीओइए ने शनिवार को रैलीगढ़ा परियोजना में पीट मीटिंग की. इसकी अध्यक्षता साबिर ने की. पीट मीटिंग में मजदूर नेता अरुण कुमार सिंह, देवनाथ महली, चंदन सिंह ने अपनी-अपनी बातें रखी. वक्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार कोयला उद्योग को निजीकरण करना चाह रही है. कोल इंडिया की कई कोयला खदान अब एमडीओ व रेवेन्यू शेयर मोड पर चलेगी. इसके लिए केंद्र सरकार निजी मालिकों के हाथों खदानें सौंप रही है. सीसीएल की भी कई खदानें हैं. वक्ताओं ने कहा कि एमडीओ व रेवेन्यू शेयर मोड में 25 वर्षों के लिए खदान लीज पर दी जा रही है. वक्ताओं ने कहा कि कोयला उद्योग में अग्निवीर की तर्ज पर मजदूरों को काम देने की योजना बनायी जा रही है. वक्ताओं ने इसके खिलाफ मजदूरों से एकजुट होने का आह्वान किया. पीट मीटिंग में आनंद कुमार, संजू साव, अर्जुन बेदिया, चंद्रशेखर सिंह, प्रमोद कुमार, बैजनाथ यादव, कामेश्वर महतो, शनिचरवा, मंटू मांझी उपस्थित थे.
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