भुरकुंडा : कई पंचायतों की सोलर जलमीनार खराब, गर्मी में पानी के लिए भटक रहे लोग

गर्मी में पानी के लिए भटक रहे लोग

By Prabhat Khabar News Desk | April 28, 2024 10:52 PM

भुरकुंडा. गर्मी अपना प्रचंड रूप दिखाने लगी है. ऊपर से पानी की किल्लत लोगों की तकलीफ को और बढ़ा रही है. 14 वीं व 15 वीं वित्त योजना से पंचायतों में लगी जलमीनार में से अधिकांश खराब है. ग्रामीणों की शिकायत के बाद भी इसकी मरम्मत नहीं हो रही है. लोग पानी के लिए भटकने को मजबूर हो रहे हैं. विभिन्न गांवों के ग्रामीणों की शिकायत है कि विभाग को मामले की जानकारी देने के बाद भी मरम्मत का काम नहीं हो रहा है. ऐसे में गर्मी में परेशानी बढ़ गयी है. पानी की जुगाड़ करने में लोगों की दिनचर्या बदल गयी है. घर के पुरुष, महिला व बच्चे सभी पानी के लिए परेशान रहते हैं. लोगों का कहना है कि जलमीनार लगने से उन्हें काफी सहूलियत हो रही थी, लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि इसकी मरम्मत के लिए विभाग के पास न कोई फंड और न ही नीयत है. जलमीनार की यदि अविलंब मरम्मत नहीं होती है, तो परेशानी और बढ़ जायेगी. क्षेत्र में पटेलनगर पंचायत के नीचे खटाल, शीतला मंदिर, बैंक मोड़, सैंट्रल सौंदा पंचायत में हाथीदाड़ी, भुइयां कॉलोनी, काली मंदिर, दतो पंचायत के आंबेडकर भवन, सौंदा डी पंचायत की मस्जिद कॉलोनी, नलकारी घाट, भुरकुंडा पंचायत के न्यू बैरेक, मुस्लिम कॉलोनी, नीचे धौड़ा, बलकुदरा पंचायत के मदनाटांड़, बड़काटोला में जलमीनार खराब है. मदनाटांड़ की जलमीनार छह महीने से खराब है. वीरेंद्र मांझी, बबीता सोरेन, सुनीता देवी, शकुंतला देवी, योगेंद्र कुमार, भुवनेश्वर यादव ने कहा कि जब सोलर जलमीनार बनकर तैयार थी, तो बड़ी आसानी से पानी मिल रहा था. वर्तमान में यह खराब है. समय-समय पर विभाग को इसकी जानकारी दी गयी, लेकिन जलमीनार नहीं बनी. लूट की योजना है जलमीनार : ग्रामीण : ग्रामीणों ने जलमीनार की योजना को लूट की योजना बताया. कहा कि इसके निर्माण में संबंधित विभाग के लोग लाभान्वित हुए. इसके कारण जलमीनार की गुणवत्ता खराब रही. मरम्मत की जानकारी देने पर जेइ द्वारा कोई पहल नहीं की जाती है. पंचायत के निर्वाचित प्रतिनिधि, पंचायत सेवक को भी कोई मतलब नहीं है. ग्रामीण पानी के लिए परेशान हैं और संबंधित लोग आराम कर रहे हैं. उदासीन बना है विभाग : मुखिया : भुरकुंडा पंचायत के मुखिया अजय पासवान ने कहा कि पंचायत में खराब जलमीनार को बनवाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है. मामले की जानकारी संबंधित विभाग को कई बार दी जा चुकी है, लेकिन विभाग सक्रिय नहीं है. जलमीनार खराब होने के कारण ग्रामीण परेशान हैं.

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