..बुंडू गांव में व्यक्ति की हत्या, खून से लथपथ मिला शव

गिद्दी थाना क्षेत्र के बुंडू गांव में रविवार की रात एक व्यक्ति सुकर उरांव (55 वर्ष) की धारदार हथियार से सोये हुए अवस्था में हत्या कर दी गयी है.

By Prabhat Khabar News Desk | April 15, 2024 5:54 PM

शव को भेजा गया पोस्टमार्टम फोटो 15गिद्दी1-जांच करते गिद्दी थाना प्रभारी फोटो 15गिद्दी2-शव को देखने पहुंचे ग्रामीण गिद्दी (हजारीबाग). गिद्दी थाना क्षेत्र के बुंडू गांव में रविवार की रात एक व्यक्ति सुकर उरांव (55 वर्ष) की धारदार हथियार से सोये हुए अवस्था में हत्या कर दी गयी है. उसके सिर पर चोट के गहरे निशान मिले है. उसकी हत्या किसने की है और क्यों की गयी है. इसकी जानकारी नहीं मिल पायी है. इसे लेकर मृतक के पुत्र पिंटू उरांव के लिखित बयान पर गिद्दी थाना में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए हजारीबाग भेज दिया है. जानकारी के अनुसार सुकर उरांव रात में खाना खाकर अन्य दिनों की तरह यहां के राजकीय स्कूल के नजदीक एनपीइजीइएल के बरामदा में सो गये. गांव के किसी व्यक्ति ने अहले सुबह खून से लथपथ हालत में सुकर उरांव को पड़ा हुआ देखा. इसकी सूचना उसके भाई विनोद उरांव को दी गयी. इस सूचना के आधार पर गिद्दी पुलिस घटना स्थल पर पहुंची. मृतक के पुत्र पिंटू उरांव ने बताया कि उसकी मां की मौत 10 साल पहले हो चुकी है. सुकर उरांव जहां-तहां दिहाड़ी मजदूरी करते थे. गांव के ही दिनेश करमाली के यहां रविवार को वह चरका नामक व्यक्ति के साथ काम किये थे. दोनों शाम में नहाने के लिए नदी गये थे. रात में वह कब घर आये. हमें नहीं मालूम है. हमलोगों ने उन्हें जो खाना दिया था, वह खाकर एनपीइजीइएल के बरामदा में सो गये थे. उन्होंने बताया कि गांव में किसी से उनका कोई दुश्मनी नहीं थी. इसलिए वह किसी पर शक जाहिर नहीं कर सकते है. पुलिस कई बिंदुओं पर जांच पड़ताल कर रही है. गांव में हत्या की यह पहली घटना है बुंडू गांव में अपराधिक घटनाएं नहीं के बराबर घटती है. यह आदिवासी बाहुल्य गांव है. गांव में यह पहली हत्या की घटना बतायी जा रही है. सुकर उरांव की हत्या से गांव वाले सकते में है. सुकर उरांव मूलरूप से ओरमांझी का रहने वाला था सुकर उरांव मूलरूप से रांची जिले के ओरमांझी के रहनेवाला था. पिछले कई दशक से बुंडू गांव में उनका परिवार रह रहा है. सुकर उरांव बेहद गरीब व्यक्ति था. उसके तीन लड़के व तीन लड़कियां हैं. एक लड़का व लड़की की शादी हो चुकी है. पिंटू उरांव निजी वाहन चलाकर परिवार का पेट पालता है.

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