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अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद थाना ने फार्मासिस्ट को छोड़ा

अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद थाना ने फार्मासिस्ट को छोड़ा

By Prabhat Khabar News Desk | September 8, 2024 11:03 PM

वाहन जांच के दौरान हुए विवाद में दारोगा ने फार्मासिस्ट के साथ की थी मारपीट

दारोगा ने भी फार्मासिस्ट पर अपने साथ हाथापाई करने का लगाया था आरोप

रामगढ़. सदर अस्पताल के फार्मासिस्ट अनिल कुमार को पुलिस ने रविवार सुबह साढ़े दस बजे छोड़ दिया. शनिवार रात भर चले हंगामे के बाद चिकित्सा कर्मी हड़ताल पर चले गये. बाद में सदर अस्पताल के उपाधीक्षक के समझाने पर कर्मी रात 12 बजे काम पर वापस लौट गये. कर्मियों ने कहा कि यदि रविवार सुबह 11 बजे तक अनिल कुमार को नहीं छोड़ा जायेगा, तो वह पुन: अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जायेंगे. जिला के आला अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद फार्मासिस्ट को छोड़ दिया गया. इसके बाद स्थिति सामान्य हुई. गौरतलब हो कि शनिवार को वाहन जांच के दौरान हुए विवाद में यातायात विभाग के दारोगा मुन्ना सिंह ने फार्मासिस्ट के साथ अपने सहयोगियों के साथ मारपीट की थी. अनिल कुमार ने यातायात विभाग के सड़क किनारे स्थित केबिन में बंद कर पीटने का आरोप लगाया था. उधर, दारोगा मुन्ना सिंह का आरोप था कि अनिल कुमार ने उनसे हाथापाई की थी. वर्दी का बटन तोड़ दिया था. मुन्ना सिंह ने रामगढ़ थाना में आवेदन दिया और सरकारी काम में बाधा पहुंचाने का आरोप लगाया. अनिल ने भी मुन्ना सिंह पर पिटाई का आरोप लगा कर आवेदन दिया. आवेदन रामगढ़ थाना ने स्वीकार नहीं किया और अनिल को थाने में बैठा कर रखा. इसकी सूचना मिलते ही सदर अस्पताल के चिकित्सा कर्मियों के अलावा जिला भर के चिकित्सा कर्मी आक्रोशित हो गये.

चर्चित रहे हैं दारोगा मुन्ना सिंह : दारोगा मुन्ना सिंह की रामगढ़ जिला में दूसरी पदस्थापना है. पहले भी अपने कार्यों से वह चर्चित रहे थे. मुन्ना सिंह जिला के कई थाना में बतौर प्रभारी काम कर चुके हैं. रजरप्पा थाना प्रभारी रहते हुए इनका नाम गोला गोली कांड में आया था.

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