पोषण वाटिका में फर्जी तरीके से हुई है मनरेगा मजदूरी की निकासी
पोषण वाटिका में फर्जी तरीके से हुई है मनरेगा मजदूरी की निकासी
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अजय कुमार, गिद्दी (हजारीबाग)
डाड़ी प्रखंड की पोषण वाटिका योजना में मनरेगा जॉब कार्डधारियों ने कोई कार्य धरातल पर नहीं किया है, लेकिन मस्टर रोल से हजारों रुपये मजदूरी की निकासी फर्जी ढंग से कर ली गयी है. इसमें एक राजनीतिक नेता व पूर्व पैक्स अध्यक्ष के नाम से भी राशि निकाली गयी है. बलसगरा में स्थित विद्यालय में पोषण वाटिका का कोई कार्य नहीं हुआ है. यहां भी गलत ढंग से एक व्यक्ति की मजदूरी निकाल ली गयी है. पोषण वाटिका विकसित करने के लिए चयनित 20 सरकारी स्कूलों को शिक्षा विभाग से पांच-पांच हजार रुपये दिये गये हैं. इसके अलावा मनरेगा से मजदूरी और जेएसएलपीएस से बीज की व्यवस्था करायी गयी थी, लेकिन केवल बुंडू, टोंगी, चुल्हाबेड़ा, कुरकुट्टा, कोदवे व बलसगरा विद्यालय में ही पोषण वाटिका योजना में मनरेगा के तहत मजदूरी शरू की गयी. कोदवे विद्यालय में लॉकी, पपीता, कोहड़ा व कुछ अन्य सब्जियों के बीज लगाये गये. यह कार्य शिक्षक व स्कूली बच्चों ने खुद किया. इसके अलावा अरहर दाल की खेती के लिए ट्रैक्टर से दो दिन जमीन की जुताई करायी गयी. इसके लिए शिक्षकों ने एक हजार रुपये खर्च किये. इस पोषण वाटिका के नाम पर मनरेगा से एक महीना के अंदर तीन जॉब कार्डधारी एसडी महतो, ओमप्रकाश ठाकुर, जयलाल महतो के नाम से 26 हाजिरी की राशि फर्जी तरीके से निकाल ली गयी है. मनरेगा से पांच साल में एक पोषण वाटिका पर 65 मजदूरी देनी है. यहां एक महीने में ही 26 मजदूरी की राशि निकाल ली गयी है.कई मजदूरों के नाम पर निकाल ली गयी है राशि : टोंगी विद्यालय के शिक्षकों ने पोषण वाटिका पर तीन हजार खर्च किये. सब्जी उगाने के बारे में यहां के बच्चों को इसकी जानकारी नहीं है, लेकिन मनरेगा से आर बेदिया, मनीषा व रिवन देवी के नाम से 13 मजदूरी की राशि निकाल ली गयी है. बुंडू विद्यालय की रसोइया अविता खातून ने बताया कि जॉब कार्ड बनाने के लिए रोजगार सेवक ने 200 रुपये लिये थे. बहुत दिन के बाद हमें पता चला कि चार मजदूरी हमारे खाते में भेज दी गयी है. यहां पर मनरेगा जॉब कार्डधारी सोनालाल मांझी ने कोई कार्य नहीं किया है, लेकिन उसके नाम पर भी मजदूरी की राशि निकाल ली गयी है. नींबू, आवला, अमरूद, पपीता, मुनगा का पौधा लगाने का निर्देश दिया गया था, लेकिन यहां के कुछ विद्यालय के शिक्षकों ने अशोक व अन्य पौधे लगा दिया है. टोंगी विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक इजहार इमाम अंसारी, कोदवे विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक सुरेश प्रसाद, बुंडू के प्रभारी प्रधानाध्यापक सत्येंद्र राणा ने कहा कि शिक्षा विभाग से हमलोगों को पांच-पांच हजार रुपये मिले थे. उस पैसे से ही पोषण वाटिका के लिए मजदूरी व अन्य कार्यों पर खर्च किये गये हैं. मनरेगा से यहां पर अलग कोई मजदूर को नहीं लगाया गया है. मनरेगा जॉब कार्डधारी आर बेदिया ने कहा कि हमने टोंगी विद्यालय में कार्य नहीं किया है, लेकिन हमारे नाम से पैसे की निकासी कर ली गयी है.
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