प्रतिनिधि, गिद्दी (हजारीबाग). गिद्दी पुलिस ने फूलसराय गांव की अंजू देवी की हत्या करने के आरोप में उसके प्रेमी महेंद्र महतो उर्फ गुहो को गिरफ्तार कर बुधवार को हजारीबाग जेल भेज दिया. पुलिस ने उसके पास से एक मोबाइल जब्त किया है. पड़ोसी संजय का न्यायालय में धारा 164 के तहत बयान दर्ज कराया गया है. महेंद्र महतो ने पुलिस के समक्ष अपना अपराध स्वीकार कर लिया है. उसका कहना है कि गुस्से में गला दबाने से गैरइरादतन उसकी हत्या हमसे हो गयी है. इस संबंध में गिद्दी थाना में मामला दर्ज किया गया है. गिद्दी थाना प्रभारी कुंदन कुमार व एसआइ रथु उरांव ने बताया कि अंजू देवी और महेंद्र महतो रामगढ़ परसोतिया के मुंडा टोली में भाड़ा के मकान में रह रहे थे. अंजू देवी कुछ दिन से बीमार थी. नौ सितंबर को उसने सुबह में नाश्ता नहीं बनाया. इसके बाद महेंद्र काम करने के लिए चला गया. दोपहर में भी अंजू ने खाना नहीं बनाया. इस बात को लेकर दोनों में झगड़ा हुआ था. इसके बाद महेंद्र महतो ने होटल से खाना लाकर खाया. इस दौरान अंजू ने खाना नहीं खाया. इसके बाद फिर दोनों में झगड़ा हुआ. इसी दौरान महेंद्र ने गुस्से में आकर उसकी गला दबा दी. महेंद्र महतो फिर काम के लिए चला गया. शाम को लौटा, तो उसने अंजू को मृत पाया. इसके बाद महेंद्र महतो ने शराब का सेवन किया. महेंद्र महतो ने 200 रुपये में रामगढ़ के एक टोटो को बुलाया. इलाज के नाम पर पड़ोस के संजय के सहयोग से उसने अंजू को टोटो पर रखा. इसके बाद फूलसराय रेलवे क्रॉसिंग स्थित एक निर्माणाधीन भवन में रात 7.45 बजे उसका शव फेंक कर वह वहां से चला गया. महेंद्र महतो घटना की रात रामगढ़ में ही रहा. 10 सितंबर को सुबह वह अपने घर जेबरा (पेटरवार) चला गया. महेंद्र को गिरफ्तार करने में गिद्दी थाना के एसआइ रथु उरांव, मोहन कुमार, इंद्रदेव मौची शामिल थे. गौरतलब हो कि महेंद्र राजमिस्त्री का काम करता था. काम के दौरान ही अंजू से उसकी नजदीकी बढ़ी थी.
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