कभी हार न मानने की जिद दिलाती है सफलता : सत्यरूप
हार न मानने की जिद दिलाती है सफलता
भुरकुंडा. श्री अग्रसेन स्कूल भुरकुंडा व आइ थ्री फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार को नॉर्थ पोल एक्सपीडिशन पर वेबिनार का आयोजन हुआ. वेबिनार में पर्वतारोही सत्यरूप सिद्धांत ने एक अप्रैल से शुरू हो रही अपनी नॉर्थ पोल यात्रा के बारे में बताया. कहा कि एक अप्रैल से उनकी नॉर्थ पोल की यात्रा साइबेरिया की राजधानी क्रास्नोयार्स्क से शुरू होगी. 10 दिनों की स्कीइंग शुरू करते हुए 90 डिग्री उत्तर की ओर 111 किलोमीटर का सफर तय करते हुए उत्तरी ध्रुव पर पहुंचेंगे. इस सफर के दौरान कमर में टाइअप किया हुआ खाने-पीने व अन्य जरूरी सामान से भरा बॉक्स का स्लेज खींचना पड़ेगा. अपने पूर्व के अभियानों का अनुभव साझा करते हुए कहा कि दुनिया के सबसे ऊंची सात चोटियों, ज्वालामुखी पर्वतों, माउंट एवरेस्ट व दक्षिणी ध्रुव की यात्रा चुनौतियों से भरी रही. सफलता पाने के लिए अपने अंदर नेवर गिव अप का भाव रखें. बचपन में अस्थमा से ग्रसित रहने के बावजूद पर्वतारोही बनने का सपना सिर्फ इसलिए संभव हो सका. समय के साथ पहाड़ों से प्यार हो गया. यह बात समझ आ गयी थी कि फिजिकल चैलेंजेस को जीता जा सकता है, बस माइंड डिसएबिलिटी नहीं होनी चाहिए. पर्वतों पर चढ़ाई के दौरान सफलता ने कम व असफलता ने ज्यादा सिखाया. अब अगला टारगेट नॉर्थ पोल है. वेबिनार में उन्होंने पर्वतारोही बनने के संबंध में कहा कि मानसिक मजबूती के साथ छोटे स्तर से शुरुआत करें. संपूर्ण जानकारी जुटाएं. पर्वतारोहियों के बारे में पढ़ें. उनकी चुनौतियों व उससे पार पाने के उनके प्रयासों को जानें. धीरे-धीरे अपने टारगेट को ऊंचा उठाते रहें. इस अवसर पर फाउंडेशन के संस्थापक राजीव गुप्ता, कनिष्क पोद्दार, प्रवीण राजगढ़िया, श्रवण जाजोदिया, अनूप प्रसाद, अमित मोदी ने नॉर्थ पोल यात्रा के लिए शुभकामना दी.