सुशीला देवी हत्याकांड का हुआ उदभेदन

30 मई को सुबह समय करीब 09.00 बजे रामगढ़ थाना अंर्तगत वाउर नंबर पांच के पतरातू बस्ती, विद्यानगर में सेवानिवृत्त रेलवेकर्मी अशर्फी प्रसाद के घर में अपराधकर्मी घुस कर उनकी पत्नी सुशीला प्रसाद की हत्या कर नकदी व आभूषण लूट कर फरार हो गये थे.

By Prabhat Khabar News Desk | June 3, 2024 9:47 PM

रामगढ़. 30 मई को सुबह समय करीब 09.00 बजे रामगढ़ थाना अंर्तगत वाउर नंबर पांच के पतरातू बस्ती, विद्यानगर में सेवानिवृत्त रेलवेकर्मी अशर्फी प्रसाद के घर में अपराधकर्मी घुस कर उनकी पत्नी सुशीला प्रसाद की हत्या कर नकदी व आभूषण लूट कर फरार हो गये थे. साक्ष्य को छुपाने के उद्देश्य से घर में अगजनी भी की गयी थी तथा घर के सीसीटीवी के डीवीआर को भी अपराधी ले गये थे. इस मामले का 72 घंटे के अंदर पुलिस ने उदभेदन कर दिया है. सोमवार को एसपी डाॅ विमल कुमार ने पत्रकारों को सारी जानकारी दी. एसपी डॉ बिमल कुमार ने बताया कि घटना की संवेदनशीलता एवं गंभीरता को ध्यान में रखते हुए कांड का उदमेदन, अभियुक्तों की गिरफ्तारी व लूटे गये संपत्ति तथा घटना में प्रयुक्त सामानों की बरामदगी के लिए एसडीपीओ परमेश्वर प्रसाद के नेतृत्व में एसआईटी टीम का गठन किया गया. साक्ष्यों के आधार पर करीब 72 घंटे में इस कांड का उदभेदन करते हुए कांड में शामिल मुख्य साजिशकर्ता कुमारी स्नेहा व उसके पति आरिफ नैयर उर्फ आर्या के अलावा कांड में शामिल एक अन्य अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया. स्नेहा मृतका सुशीला देवी के बहू की बहन है तथा उसने दूसरी शादी आरिफ नैयर से की है. गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ के क्रम में अपना-अपना अपराध स्वीकार किया व उनलोगों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त चाकू, लूटे गये जेवरात, घटनास्थल तक आने व जाने में इस्तेमाल किया गया वाहन, मोबाइल फोन, घटना के समय पहना गया जूता, सीसीटीवी का डीवीआर व अन्य सामानों को बरामद किया गया. उक्त घटना के पीछे का मूल कारण इनकी आर्थिक तंगी और बहुत आसानी से मृतिका के घर से भारी मात्रा में जेवरात/पैसा प्राप्त होने की संभावना की वजह से साथ योजनाबद्ध तरीके से घटना को अंजाम दिया गया एवं साक्ष्य मिटाने के उद्देश्य से आगजनी की घटना की गयी. 29 मई को भी अपराधियों द्वारा किया गया था प्रयास

पूछताछ में गिरफ्तार अपराधियों ने बताया कि इससे पूर्व 29 मई को भी योजना बना कर वे लोग विद्यानगर पहुंचे थे. लेकिन किसी कारणवश वे सफल नहीं हो पाये तथा वापस सारे लोग अफसर अली के चितरपुर स्थित घर चले गये. इसमें से चार लोग वहां ठहर गये जबकि एक अपने घर चला गया और 30 मई के सुबह पांचों लोग कैथा की ओर से विद्यानगर आये तथा घटना को अंजाम दिया.

घटना में पांच अपराधी थे शामिल

हत्याकांड में कुमारी मृतका की बहू की बहन स्नेहा उर्फ रिंकी (उम्र करीब 34 वर्ष पति आरिफ नैयर)] आरिफ नैयर उर्फ आर्या (उम्र करीब 30 वर्ष शकील नैयर) दोनों हिन्दपीढ़ी, थाना कोतवाली, जिला-राँची निवासी तथा अफसर अली (उम्र करीब 21 वर्ष पिता अकबर अली) रहमत नगर चितरपुर थाना-रजरप्पा, जिला-रामगढ़ को गिरफ्तार किया गया है. घटना में कुल पांच अपराधी शामिल थे. दो अन्य की भी पहचान हो गयी है. दो अन्य को पकड़ने के लिए छापामारी की जा रही है. एसपी डाॅ विमल कुमार ने बताया कि शीघ्र ही दो अन्य अपराधी भी पकड़े जायेंगे.

अपराधियों से जब्त सामग्री

अपराधियों के पास से हत्या में इस्तेमाल किया गया चाकू, लूटे गये जेवरात ( दो सोने के कान की बाली, चार टॉप्स, एक मंगलसूत्र का लोकेट, एक नाक का पिन, एक जोड़ा चाँदी का पायल), घटना में इश्तेमाल इंडिगो कार व स्कूटी, सीसीटीवी का डीवीआर, तीन एन्ड्रायड मोबाईल फोन, घटना के समय पहने गये कपड़े व ग्लब्स का अवशेष बरामद किया गया.

छापामारी दल में शामिल पुलिस अधिकारी

अपराधियों को पकड़ने के लिए बनाये गये एसआइटी में एसडीपीओ परमेश्वर प्रसाद, प्रशिक्षु डीएसपी फौजान अहमद, रामगढ़ थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर अजय कुमार साहू, रजरप्पा थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर नवीन प्रकाश पांडेय, रामगढ़ के एसआई सत्येंद्र कुमार सिंह, बासल थाना प्रभारी कैलाश कुमार, बरकाकाना ओपी प्रभारी मो अख्तर अली, महिला थाना प्रभारी रामगढ़ श्वेता कुजूर, रजरप्पा थान के एसआई मो नौशाद, रामगढ़ थाना के एसआई आशुतोष कुमार सिंह, रामगढ़ थाना के एसआई ओमकार पाल, एएसआई सुजीत कुमार सिंह, तकनीकी शाखा रामगढ़ के पदाधिकारी तथा रामगढ़ थाना, रजरप्पा थाना, बासल थाना व बरकाकाना ओपी के सशस्त्र बल शामिल थे.

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