झासा प्रदेश ने की महिला चिकित्सक के साथ दुर्व्यवहार मामले की जांच
झासा की टीम ने की महिला चिकित्सक के साथ दुर्व्यवहार मामले की जांच
प्रतिनिधि, रामगढ़ झारखंड राज्य स्वास्थ्य सेवा संघ (झासा) की राज्य कार्यकारिणी की टीम ने गुरुवार को रामगढ़ का दौरा किया. टीम ने 18 अप्रैल को मांडू सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में महिला चिकित्सक के साथ हुए दुर्व्यवहार मामले की जांच की. टीम में झासा के राज्य अध्यक्ष डॉ पीपी साह, झासा के राज्य सचिव डॉ ठाकुर मृत्युंजय सिंह, झासा के पूर्व सचिव सह संस्थापक सदस्य डॉ बिमलेश सिंह, झासा के राज्य उपाध्यक्ष डॉ शरद कुमार, झासा के राज्य संयोजक डॉ शमीम अख्तर, कोषाध्यक्ष डॉ स्टीफेन खेस, राज्य कार्यकारिणी सदस्य डॉ प्रदीप कुमार सिंह, डॉ विकास कुमार शामिल थे. टीम का नेतृत्व राज्य अध्यक्ष डॉ पीपी साह ने किया. टीम ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, मांडू जाकर 18 अप्रैल को हुई घटना की जानकारी ली. टीम ने घटना के दौरान मौजूद सभी चिकित्सक से अलग-अलग मामले के बारे में जाना. अस्पताल कर्मी बीडीएम से भी बात की. पीड़ित महिला दंत चिकित्सक डॉ जेनी सिंह व आरोपी बड़ा बाबू सैयद नकी अहमद से से पूरी घटना के बारे में जाना. इसके बाद जिला सिविल सर्जन कार्यालय, रामगढ़ में मामले को लेकर झासा ने प्रेसवार्ता की. बड़ा बाबू द्वारा दुर्व्यवहार की पुष्टि हुई है : डॉ पीपी साह झासा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ पीपी साहा ने कहा कि झासा ने महिला चिकित्सक के साथ हुई घटना को गंभीरता से लिया है. टीम की जांच में भी बड़ा बाबू द्वारा दुर्व्यवहार की पुष्टि हुई है. झासा महिला चिकित्सक के साथ हर तरह से सहयोग के लिए खड़ा है. महिला चिकित्सक मामले को लेकर काफी आहत हैं. उनके द्वारा आरोपी पर मांडू थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी. डीआइसी व स्वास्थ्य सचिव को भी दी जायेगी जांच रिपोर्ट : डॉ मृत्युंजय कुमार झासा सचिव डॉ मृत्युंजय कुमार सिंह ने बताया कि घटना की रिपोर्ट निदेशक प्रमुख स्वास्थ्य सेवा व झारखंड सरकार स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को भी दी जायेगी. डॉ सिंह ने कहा कि झासा ने रामगढ़ उपायुक्त व सीएस द्वारा आरोपी को तत्काल निलंबन व विभागीय कार्रवाई करने के लिए आभार जताया है. जांच में यह भी पुष्टि हुई है कि बड़ा बाबू नकी अहमद का मांडू अस्पताल में दबिश है. महिला चिकित्सक बेटी के साथ कैंपस में रहती हैं. उनकी सुरक्षा को लेकर निलंबित बड़ा बाबू का मुख्यालय रामगढ़ से हटा कर प्रदेश के अन्य किसी जिला में करने की मांग स्वास्थ्य सचिव व डीआइसी से की जायेगी. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रश्मि सांगा ने भी महिला चिकित्सक व झासा को सहयोग करने की बात कही.
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