होम कोरेंटिन में रह रहे युवक ने की आत्महत्या डर से शव को छूने से कतरा रहे थे ग्रामीण
होम कोरेंटिन में रह रहे युवक ने की आत्महत्या डर से शव को छूने से कतरा रहे थे ग्रामीण
गोला : गोला प्रखंड अंतर्गत बरलंगा थाना क्षेत्र के नावाडीह गांव में होम कोरेंटिन में रह रहे जितेंद्र साव (28 वर्ष) ने गुरुवार देर रात फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. घटना की सूचना मिलने पर पुलिस जब पहुंची, तो कोरोना वायरस के डर से ग्रामीण शव को छू नहीं रहे थे. इसके कारण आधे घंटे तक एंबुलेंस को रोक कर रखना पड़ा. एंबुलेंस चालक, चौकीदार एवं मृतक के भाई ने शव को उठाया.
शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. युवक की आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है. पुलिस ने बताया कि युवक सनकी मिजाज का था. उसका भाई एवं भाभी के साथ व्यवहार खराब था. वह दो जून को मुंबई से घर लौटा था. तब से एक कमरा में होम कोरेंटिन में रह रहा था.
यहां प्रतिदिन बड़े भाई खाना एवं पानी देता था. जितेंद्र की भाभी रिंकी देवी ने बताया कि देवर जितेंद्र के साथ मेरी बातचीत नहीं होती था. पहले वह अपने खाना बना कर खाता था और अलग रहता था. मुंबई से लौटने के बाद जब से होम कोरेंटिन में रह रहा था, तब से हमलोग खाना बना कर भेज देते थे. रात में भी खाना देकर हमलोग सो गये. दोपहर 12 बजे तक जब वह नहीं उठा, तो मेरे पति उमेश्वर साव ने उठाने के लिए आवाज दी. देर तक कोई जवाब नहीं दिया. तब उन्होंने दरवाजा को धकेल कर खोला.
अंदर देखा, तो वह फांसी के फंदे से झूल रहा था. मुंबई से लौटने के बाद प्रशासन को इसकी सूचना दी गयी थी. प्रशासन ने कहा कि स्कूल के कोरेंटिन सेंटर में अभी कोई नहीं रह रहा है. उसे एक कमरे में अकेले रखने को कहा गया. एक-दो दिनों में सैंपल जांच के बाद सरकारी कोरेंटिन सेंटर ले जाने को कहा गया. इसके बाद कोई नहीं आया. इंस्पेक्टर संजय कुमार गुप्ता ने बताया कि यह मामला प्रथम दृष्टया आत्महत्या प्रतीत होता है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही घटना का खुलासा हो पायेगा.
Posted by : Pritish Sahay