उरीमारी. उरीमारी के बड़कीटांड़ में झामुमो नेता संतोष सिंह की हत्या के बाद क्षेत्र के लोगों का गुस्सा उबल उठा. झामुमो कार्यकर्ताओं व ग्रामीणों ने बरका-सयाल क्षेत्र की तीनों बड़ी कोलियरियों उरीमारी, बिरसा व न्यू बिरसा में कोयला उत्पादन ठप करा दिया. उरीमारी-बड़कागांव मेन रोड को चेकपोस्ट के समीप जाम कर कोयले की ढुलाई भी रोक दी. पावर प्लांट में रैक लोडिंग के लिए बने सायलो को भी ग्रामीणों ने बंद करा दिया. इससे पावर प्लांट के लिए एक भी रैक कोयला नहीं निकल सका. इससे सीसीएल को करोड़ों का नुकसान होने का अनुमान है. ग्रामीण हत्यारों की अविलंब गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. ग्रामीणों का कहना था कि क्षेत्र में अपराध बढ़ता जा रहा है. इसे रोने में पुलिस पूरी तरह से असफल साबित हो रही है. इधर, विधायक रोशनलाल चौधरी, पूर्व विधायक अंबा प्रसाद व बरका-सयाल जीएम अजय सिंह ने उरीमारी पहुंच कर कर आंदोलित ग्रामीणों से वार्ता की. वार्ता के बाद करीब आठ घंटे से ठप पड़ा कामकाज शुरू हो गया. वार्ता के तत्काल बाद स्व सिंह के पुत्र को प्रोविजनल ज्वाइनिंग लेटर दिया गया. पुत्र के 18 वर्ष की उम्र पूरी होने पर अप्रैल महीने में उसे स्थायी नियुक्ति पत्र दी जायेगी. पोस्टमॉर्टम के विलंब के कारण शाम तक संतोष सिंह का शव रांची से उनके आवास पर नहीं लाया गया था. तीन भाइयों में संतोष सबसे बड़े थे. परिवार में पत्नी, एक पुत्र व एक पुत्री छोड़ गये हैं. आलोक गिरोह ने फिर दी है धमकी : संतोष हत्याकांड की जिम्मेवारी लेते हुए मीडिया को भेजे संदेश में आलोक गिरोह ने कहा है कि संतोष को बार-बार मैनेज करने के लिए कहा जा रहा था. उसने बात नहीं मानी. इसके बाद यह कार्रवाई की गयी है. गिरोह ने क्षेत्र के ट्रांसपोर्टरों को धमकाते हुए कहा है कि बिना मैनेज किये जो कोई भी काम करेगा, उसे अंजाम भुगतना होगा.
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