सुरेंद्र कुमार /शंकर पोद्दार, चितरपुर चितरपुर प्रखंड क्षेत्र के मुरुबंदा निवासी सह गोमिया के झामुमो विधायक योगेंद्र प्रसाद ने गुरुवार को झारखंड कैबिनेट मंत्री की शपथ ली. इनके मंत्री बनते ही पैतृक गांव समेत गोमिया विधानसभा क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गयी. मंत्री श्री प्रसाद का राजनीति के क्षेत्र में संघर्षशील इतिहास रहा है. इनका जन्म वर्ष 1967 में मुरुबंदा में हुआ था. गांव के ही बेसिक स्कूल में इनकी प्राथमिक शिक्षा हुई. वर्ष 1983 में मैट्रिक पास करने के बाद कम उम्र में ही उन्होंने राजनीति के क्षेत्र में कदम रखा. वर्ष 1984 में कांग्रेस के पंचायत अध्यक्ष चुने गये थे. रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र में वर्ष 1985 में जब जमुना शर्मा विधायक बने, तो श्री प्रसाद को विधायक प्रतिनिधि बनाया गया था. वर्ष 1986-87 में ग्रेजुएशन करने के बाद वह छोटानागपुर में स्टूडेंट यूनियन से जुड़े. इसके बाद श्री प्रसाद को 1992 में हजारीबाग जिला का उपाध्यक्ष बनाया गया. वर्ष 2000 में वह आजसू पार्टी में शामिल हुए. 2005 में श्री प्रसाद को आजसू पार्टी का गोमिया विधानसभा क्षेत्र का प्रभारी बनाया गया. 2009 में आजसू के टिकट पर गोमिया विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़े. यहां हार का सामना करना पड़ा. वर्ष 2014 में आजसू पार्टी ने टिकट नहीं दिया, तो वह झामुमो में शामिल हो गये. यहां उन्हें झामुमो से चुनाव लड़ने का टिकट मिला. यहां से वह भारी मतों से विजयी रहे. इसी बीच, एक मामले में न्यायालय ने उन्हें सजा सुनायी. इससे उनकी विधायकी चली गयी. बाद में उच्च न्यायालय ने इन पर लगे आरोप को खारिज करते हुए उन्हें बरी कर दिया. वर्ष 2018 में हुए उप चुनाव में इनकी पत्नी बबीता देवी को जीत मिली. वर्ष 2019 में वह चुनाव हार गयी. पार्टी ने श्री प्रसाद को बड़ी जिम्मेवारी देते हुए केंद्रीय सचिव और प्रवक्ता बनाया. उन्हें पिछड़ा आयोग का अध्यक्ष और दर्जा प्राप्त मंत्री भी बनाया गया. अब इनके मंत्री बनने से इनकी राजनीतिक कद बढ़ गयी है. खास बात यह है कि मंत्री योगेंद्र की पत्नी पूर्व विधायक बबीता देवी घर से लेकर राजनीतिक क्षेत्र में भी हर कदम साथ रही. शिक्षा और रोजगार पर होगा विशेष काम : योगेंद्र प्रसाद : मंत्री श्री प्रसाद ने प्रभात खबर से कहा कि राज्य में शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में विशेष काम किया जायेगा. पूरे राज्य में शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ किया जायेगा. राज्य में रोजगार का सृजन कर मजदूरों के पलायन को रोका जायेगा. इसके लिए राज्य स्तर पर नीति बनेगी. उन्होंने कहा कि गोमिया की जनता का अपार स्नेह मिला है. सभी के प्रयास से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन ने हमें जो जिम्मेवारी दी है, उस पर खरा उतरने का प्रयास करेंगे. राज्य की एक – एक जनता के लिए कार्य किये जायेंगे. राज्य को शिक्षा का हब बनाया जायेगा. गोमिया में डिग्री कॉलेज का निर्माण किया जायेगा. श्री प्रसाद ने कहा कि 2024 में राज्य की जनता ने भाजपा व आजसू के खिलाफ जनादेश दिया है. जनता ने झारखंड की माटी की पार्टी पर भरोसा जताया है. जन कल्याणकारी योजनाओं को लोगों तक पहुंचाया जायेगा. योगेंद्र की पारिवारिक पृष्टभूमि : योगेंद्र प्रसाद की पत्नी बबीता देवी गोमिया की पूर्व विधायक हैं. इनके पिता विश्वनाथ महतो का निधन चुनाव से पूर्व हुआ. इनकी मां सुशीला देवी और तीन पुत्र बिनय कपूर, बिपिन कपूर, राजकपूर और एक बेटी प्रियंका कपूर हैं. इनके दो भाई हैं. इसमें मंझला भाई चित्रगुप्त महतो झामुमो के रामगढ़ जिला उपाध्यक्ष हैं. मां ने उतारी आरती, लगाया तिलक : मंत्री बनने के बाद योगेंद्र प्रसाद रांची से सीधे अपने घर पहुंचे. यहां इनकी मां ने तिलक लगा कर आरती उतारी और मिठाई खिला कर बधाई दी. मंत्री ने भी अपनी मां को मिठाई खिला कर आशीर्वाद लिया. वह अपने पिता के चित्र पर माल्यार्पण कर नमन किया. इससे पूर्व, मंत्री ने अपनी पत्नी के साथ मंदिर में जाकर मत्था टेका और आशीर्वाद लिया. जब मंत्री घर पहुंचे, तो मां को आरती की थाल लेते हुए देख कर वह भावुक हो गये. घर के बाहर समर्थकों ने आतिशबाजी की. जगह-जगह हुआ मंत्री का स्वागत : मंत्री के मुरुबंदा पहुंचने पर गोमिया विधानसभा क्षेत्र व चितरपुर प्रखंड क्षेत्र के लोगों ने उन्हें बधाई दी. इस दौरान रजरप्पा थाना प्रभारी नवीन प्रकाश पांडेय ने मंत्री श्री प्रसाद को बधाई दी. इसमें विनय मुन्ना, कांग्रेस के लक्ष्मण महतो, बालेश्वर महतो, संदीप करमाली, राम कुमार महतो, नरेश नायक, सुभानू प्रसाद, शिवलाल हांसदा, किशोरी प्रसाद, चंद्रिका प्रसाद, महेंद्र मिस्त्री शामिल हैं.
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