झारखंड के मेडिकल कॉलेजों में 100 सीटों का इजाफा, जानें 16 राज्यों में MBBS की कितनी सीटें बढ़ेंगी

सेंट्रली स्पॉन्सर्ड स्कीम के तहत सरकारी मेडिकल कॉलेजों को अपग्रेड किया जायेगा. इसके तहत ही एमबीबीएस की सीटें बढ़ायी जा रही हैं. यूजी नीट 2022 में सफल विद्यार्थियों की संख्या को देखते हुए इस वर्ष देश के 16 राज्यों में एमबीबीएस (MBBS) की सीटें बढ़ाने की तैयारी है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 14, 2022 10:41 AM

Ranchi news: यूजी नीट 2022 में सफल विद्यार्थियों की संख्या को देखते हुए इस वर्ष देश के 16 राज्यों में एमबीबीएस की 3495 सीटें बढ़ाने की तैयारी है. सबसे ज्यादा 700 सीटें राजस्थान और 600 मध्यप्रदेश में बढ़ायी जायेंगी. यह सीटें पुराने मेडिकल कॉलेजों में बढ़ेंगी.

बढ़ायी जा रही MBBS की सीटें

कैरियर गाइडेंस के निदेशक अरविंद शाह ने बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनुसख मंडाविया ने लोकसभा में कहा था कि सेंट्रली स्पॉन्सर्ड स्कीम (सीएसएस) के तहत सरकारी मेडिकल कॉलेजों को अपग्रेड किया जायेगा. इसके तहत ही एमबीबीएस की सीटें बढ़ायी जा रही हैं. इसके अलावा राज्य मेडिकल कॉलेजों को अपग्रेड करने की तैयारी है. मेडिकल पीजी सीट के साथ नये पीजी विषय भी शुरू होंगे.

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सरकारी मेडिकल कॉलेजों कितनी है सीटें

  • झारखंड के सात सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 680 सीटें हैं जबकि दो निजी कॉलेजों में 250 सीटें हैं.

  • बिहार के 12 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 1515 सीटें हैं जबकि आठ निजी कॉलेज में 900 सीटें हैं.

कहां कितनी बढ़ेंगी सीटें

  • राज्य और सीटें

  • राजस्थान में 700

  • मध्य प्रदेश में 600

  • कर्नाटक में 550

  • तमिलनाडु में 345

  • गुजरात में 270

  • ओड़िशा में 200

  • आंध्रप्रदेश में 150

  • महाराष्ट्र में 150

  • झारखंड में 100

  • पंजाब में 100

  • पश्चिम बंगाल में 100

  • जम्मू कश्मीर में 60

  • मणिपुर में 50

  • यूपी में 50

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मेडिकल की पढ़ाई के प्रति सीटों की संख्या में इजाफा

बता दें कि राज्य में मेडिकल की पढ़ाई के प्रति राज्य के स्टूडेंट्स की रुचि और सीटों की संख्या दोनों मे इजाफा हुआ है. बीते पांच साल में मेडिकल कॉलेजों की संख्या बढ़ी है. साल 2019 से पहले तक एमबीबीएस और डेंटल की पढ़ाई के लिए एडमिशन रैंकिंग के लिए संघर्ष करना होता था. ऐसे में झारखंड के स्टूडेंट्स के लिए अपने राज्य से मेडिकल की पढ़ाई करना ज्यादा आसान हो गया है.

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