रांची पहुंचा छात्रा साइनी का शव, रो पड़े दोस्त और परिजन

रांची: डीएवी निरजा सहाय की 11वीं की छात्रा साइनी का पार्थिव शरीर शुक्रवार को जेट एयरवेज विमान से रांची लाया गया. पार्थिव शरीर को लेने के लिए काफी संख्या में स्कूली बच्चे, परिजन एयरपोर्ट पहुंचे थे. जैसे ही पार्थिव शरीर एयरपोर्ट से बाहर निकला, माहौल गमगीन हो गया. परिजनों ने बताया कि दो मार्च को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 22, 2014 8:04 AM

रांची: डीएवी निरजा सहाय की 11वीं की छात्रा साइनी का पार्थिव शरीर शुक्रवार को जेट एयरवेज विमान से रांची लाया गया. पार्थिव शरीर को लेने के लिए काफी संख्या में स्कूली बच्चे, परिजन एयरपोर्ट पहुंचे थे. जैसे ही पार्थिव शरीर एयरपोर्ट से बाहर निकला, माहौल गमगीन हो गया. परिजनों ने बताया कि दो मार्च को उसे दिल्ली के गंगा राम अस्पताल ले जाया गया था. जहां चार विदेशी और देशी डॉक्टर उसका इलाज कर रहे थे. साइनी 60 से 70 प्रतिशत ठीक भी हो गयी थी, लेकिन 16 मार्च को उसके ब्रेन में खून क्लॉट कर गया. मालूम हो कि गुरुवार को दिन के दो बजे साइनी का निधन गंगाराम अस्पताल में इलाज के दौरान हो गया था.

साइनी का एक लीवर और फेफड़ा पूरी तरह खराब हो गया था. बेहतर इलाज के लिए उसे दो मार्च को दिल्ली रेफर किया गया था. एयरपोर्ट पर साइनी पावर ऑफ यूथ के सदस्य समेत स्कूल के कई विद्यार्थी पहुंचे थे. एयरपोर्ट पर कमलकांत दूबे, नीरज कुमार, गुड्डू कुमार, भीम सिंह, आनंद सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे.

पार्थिव शरीर को एयरपोर्ट से कांके ब्लॉक स्थित आवास ले जाया गया, देर रात हरमू मुक्ति धाम में अंतिम संस्कार कर दिया गया. इस अवसर पर उसके परिजन, पड़ोसी व उसके सहपाठी उपस्थित थे.

मां का रो-रो कर था बुरा हाल
साइनी की मां लक्ष्मी का रो-रो कर बुरा हाल था. वह कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं थीं. एयरपोर्ट पर पहुंचे बच्चे और परिजनों ने उन्हें ढांढ़स बंधाया. परिजनों व बच्चों ने एक-एक कर उसके पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धाजंलि अर्पित की. परिजनों ने बताया कि साइनी के दो भाई और दो बहन हैं. भाई शुभम को भी पीलिया है,जिसका इलाज सरावगी नर्सिग होम, कांके में चल रहा है. पिता का देहांत पहले ही हो चुका है.

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