विद्युतापूर्ति बदतर: राज्य भर में बिजली गुल, तेज आंधी पानी आते ही नेटवर्क हुआ धराशायी

रांची: राज्यभर में बिजली आपूर्ति व्यवस्था बदतर स्थिति में है. घंटों बिजली बाधित रह रही है. तेज आंधी-पानी आते ही बिजली आपूर्ति बंद हो जाती है. कहीं तार गिर रहे हैं, तो कहीं खंभे उखड़ रहे हैं. इधर, जनता बिजली न मिलने से बेहाल है. सोमवार रात आठ बजे से रांची में ब्लैक आउट हो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 7, 2017 6:41 AM
रांची: राज्यभर में बिजली आपूर्ति व्यवस्था बदतर स्थिति में है. घंटों बिजली बाधित रह रही है. तेज आंधी-पानी आते ही बिजली आपूर्ति बंद हो जाती है. कहीं तार गिर रहे हैं, तो कहीं खंभे उखड़ रहे हैं. इधर, जनता बिजली न मिलने से बेहाल है. सोमवार रात आठ बजे से रांची में ब्लैक आउट हो गया था. रात-रात भर शहर के बड़े हिस्सों में बिजली नहीं रही. मंगलवार सुबह ही बिजली आ सकी. वहीं, मंगलवार सुबह से ही गढ़वा में ब्लैक आउट है. पाकुड़ से मनोहपुर ग्रिड से बिजली आपूर्ति ठप है. गोइलकेरा, केंदपोसी में भी बिजली न के बराबर है. स्थिति यह है कि रांची के अलावा राज्य के अन्य जिलों में पिछले एक सप्ताह से औसतन आठ से 10 घंटे ही बिजली दी जा रही है.
तेनुघाट पर निर्भर बिजली आपूर्ति : राज्य की बिजली आपूर्ति तेनुघाट थर्मल पावर स्टेशन(टीटीपीएस) पर निर्भर करती है. सोमवार रात आठ बजे टीटीपीएस से उत्पादन ठप होते ही पूरे राज्य में बिजली आपूर्ति चरमरा गयी. बिहारशरीफ में हैवी जर्क आया था, जिससे आपूर्ति ठप हुई थी. इसके बाद हटिया-पीजीसीआइएल ट्रांसमिशन लाइन में भी खराबी आ गयी.
देर रात तेनुघाट की एक यूनिट की चालू की गयी, तब जाकर रांची में किसी प्रकार आपूर्ति की गयी. मंगलवार को दोपहर दो बजे तेनुघाट से उत्पादन पुन: ठप हो गया. शाम पांच बजे इसे लाइटअप किया गया है. समाचार लिखे जाने तक तेनुघाट से बिजली नहीं मिल रही थी. जिसके कारण रांची के बड़े हिस्सों में बिजली आपूर्ति बाधित थी.
इनवर्टर फेल
पिछले दो दिनों से लचर बिजली आपूर्ति की वजह से शहरी इलाकों में लोगों के इनवर्टर फेल हो रहे हैं. 10-10 घंटे तक बिजली गुल रहने के कारण इनवर्टर चार्ज नहीं हो पा रहा है. वहीं, अपार्टमेंट के लोगों की निर्भरता जेनरेटर पर बढ़ गयी है. जेनरेटर में तेल की खपत बढ़ी है.
जलापूर्ति बाधित
रांची में सोमवार को बिजली न रहने के कारण रुक्का से बूटी जलागार में पानी नहीं आ सका. जिसके कारण रांची के बड़े हिस्सों में जलापूर्ति नहीं की जा सकी.
क्या है उत्पादन की स्थिति
(शाम सात बजे तक)
पीटीपीएस 0 मेगावाट
टीटीपीएस 0 मेगावाट
सिकिदिरी हाइडल 0 मेगावाट
सीपीपी 1 मेगावाट
इनलैंड पावर 25 मेगावाट
सेंट्रल पूल से आवंटन 483 मेगावाट
आधुनिक पावर 185 मेगावाट
एसइआर 46 मेगावाट
कुल 740 मेगावाट
कुल जरूरत 1100 मेगावाट
स्थानीय खराबी के कारण केवल 653 मेगावाट बिजली की आपूर्ति हो रही थी
क्या है राज्यभर में बिजली की स्थिति
हजारीबाग
औसतन 10-12 घंटे बिजली मिल रही है. ग्रामीण क्षेत्रों में इससे भी कम. बड़कागांव, केरेडारी, चलकुशा समेत कई प्रखंडों में बिजली की हालत खराब है.
चतरा
शहर में 15 और ग्रामीण क्षेत्र में 5-6 घंटे बिजली मिल रही है. सिमरिया व टंडवा के लोग बिजली के लिए आंदोलनरत हैं. अन्य प्रखंडों का हाल बुरा है.
लाेहरदगा
7-8 घंटे बिजली मिल रही है. जर्जर तारों के कारण हल्की हवा चलते ही बिजली काट दी जाती है. बिजली विभाग के आंकड़ों के अनुसार जिले को विद्युत आपूर्ति नहीं की जाती है.
गुमला
शहर को मात्र छह घंटे बिजली मिल रही है. सबसे बुरा हाल प्रखंडों का है. सिसई व भरनो में चार दिन से बिजली नहीं है. रायडीह, जारी, डुमरी, चैनपुर में दो दिन से बिजली नहीं है.
पलामू
शहरी क्षेत्र को औसतन 12-14 व ग्रामीण इलाकों में 8-10 घंटे बिजली मिल रही है. कई दिन तो रातभर बिजली गुल रह रही है. दिन में भी नियमित बिजली नहीं मिलती़
रामगढ़
आंधी-पानी व कहीं खराबी नहीं हुई, तो विद्युत आपूर्ति 22 घंटे तक होती है. सोमवार को शहर में अधिक बारिश नहीं हुई जिसकी वजह से एक से दो घंटे तक कटौती हुई.
लातेहार
शहरवासियों को प्रति दिन 12 से 14 घंटे से अधिक बिजली नहीं मिल रही है. सप्ताह भर से कारगिल पार्क स्थित ट्रांसफारमर बार-बार ट्रिप कर जा रहा है.
कोडरमा
दो दिनों से बिजली आपूर्ति बदहाल है. शहरी क्षेत्र में जहां 12-14 घंटे बिजली मिल रही है़ वहीं ग्रामीण इलाकों में 10 घंटे बिजली मिल रही है. लो वोल्टेज की समस्या अलग से है.
गढ़वा
बीमोड़ ग्रिड के माध्यम से रिहंद नगर से बिजली आ रही है. मंगलवार सुबह पांच बजे से ही इसमें फॉल्ट आ जाने के कारण पूरा गढ़वा ब्लैक आउट की स्थिति में आ गया.
प सिंहभूम
केंदपोसी ग्रिड से कुमारडुंगी फीडर ब्रेकडाउन है. इसके चलते चाईबासा में अनियमित आपूर्ति की जा रही है.
पू सिंहभूम
जमशेदपुर के शहरी इलाकों में सामान्य आपूर्ति की गयी, लेकिन ग्रामीण इलाकों में आपूर्ति न के बराबर हुई है.
झारखंड का अपना उत्पादन जीरो,निजी कंपनियों के भरोसे
झारखंड राज्य का अपना उत्पादन जीरो है. शाम सात बजे तक तेनुघाट व सिकिदिरी से उत्पादन शून्य है.निजी कंपनियों के भरोसे राज्य में बिजली की आपूर्ति की जा रही है. बारिश के कारण वितरण नेटवर्क में जहां-तहां आयी खराबी के कारण एक हजार मेगावाट की जगह मात्र 600 मेगावाट बिजली की ही आपूर्ति की जा रही थी.
क्या है बिजली आपूर्ति की स्थिति
दिनांक 6.6.17
जिला ग्रिड मांग आपूर्ति
रांची हटिया 140 116
रांची एचइसी 25 09
रांची नामकुम 106 88
रांची कांके 02 35
खूंटी कामडरा 35 18
गुमला गुमला 18 12
पलामू गढ़वा रोड 70 00
पलामू जपला 12 04
पलामू डालटेनगंज 26 43
खरसावां आदित्यपुर 113 84
खरसावां मानिक्यू 50 42
खरसावां राजखरसावां 20 01
पूर्वी सिंहभूम गोलमुरी 64 43
पूर्वी सिंहभूम जादूगोड़ा 28 02
प. सिंहभूम गोइलकेरा 20 01
प. सिंहभूम नोवामुंडी 25 16
प. सिंहभूम केंदपोसी 35 06
प. सिंहभूम चक्रधरपुर 12 05
प. सिंहभूम चाईबासा-1 12 02
प. सिंहभूम चाईबासा-2 12 12
देवघर देवघर 64 53
देवघर मधुपुर 16 10
गोड्डा ललमटिया 38 57
जामताड़ा जामताड़ा 25 20
रामगढ़ पीटीपीएस इंड 12 18
लोहरदगा लोहरदगा 35 28
दुमका दुमका 36 28
साहेबगंज साहेबगंज 22 26
पाकुड़ पाकुड़ 12 32
पाकुड़ मनोहपुर 50 00
लातेहार लातेहार 12 13
(मेगावाट में)

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