सभा: जीइएल चर्च की आध्यात्मिक जागृति सभा शुरू, सोमेश्वर बोले, जड़ों से जुड़ने पर ही रहेगी पहचान

रांची: छोटानागपुर में प्रथम वयस्क बपतिस्मा के उपलक्ष्य में जीइएल क्राइस्ट चर्च, मेन रोड में तीन दिवसीय आध्यात्मिक जागृति सभा की शुरुआत हुई़ नौ जून 1850 को नवीन डोमन तिर्की, केशो भगत, बुधु उरांव व घूरन उरांव बपतिस्मा ग्रहण कर छोटानागपुर के पहले मसीही बने थे़ 167 वर्ष पुरानी उस घटना की स्मृति में आयोजित […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 8, 2017 7:05 AM
रांची: छोटानागपुर में प्रथम वयस्क बपतिस्मा के उपलक्ष्य में जीइएल क्राइस्ट चर्च, मेन रोड में तीन दिवसीय आध्यात्मिक जागृति सभा की शुरुआत हुई़ नौ जून 1850 को नवीन डोमन तिर्की, केशो भगत, बुधु उरांव व घूरन उरांव बपतिस्मा ग्रहण कर छोटानागपुर के पहले मसीही बने थे़ 167 वर्ष पुरानी उस घटना की स्मृति में आयोजित सभा में मुख्य वक्ता बाइबल सोसाइटी ऑफ इंडिया के सोमेश्वर प्रसाद ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से कलीसिया की नयी पीढ़ी को अपनी जड़ों से जुड़ने का अवसर मिलता है़.

इससे हमारी पहचान कायम रहेगी और हम मसीही समुदाय के रूप में बने रहेंगे़ यीशु के विश्वास व भक्ति में बने रह कर हम स्वर्णिम भविष्य की आशा कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि राजनीति में जाने से परहेज न करें, क्योंकि देश-राज्य की राजनीति के अच्छे-बुरे का प्रभाव हम सब पर पड़ता है़ देश की सेवा करते हुए अपने विश्वास को प्रकट करने व अपने विश्वास को जीने से न डरे़.

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