भगवान जगन्नाथ की स्नान यात्रा आज, 23 तक एकांतवास में रहेंगे
एक बजे होगा महास्नान, तीन बजे प्रभु जायेंगे एकांतवास में रांची : भगवान जगन्नाथ स्वामी की रथयात्रा को लेकर शुक्रवार को भगवान की स्नान यात्रा होगी. भगवान को मुख्य मंदिर से बाहर स्नान मंडप में रखा जायेगा. यहां पूरे वैदिक मंत्रोच्चार के साथ उनका स्नान ध्यान कराया जायेगा. भगवान की स्तुति और मंगल आरती होगी. […]
एक बजे होगा महास्नान, तीन बजे प्रभु जायेंगे एकांतवास में
रांची : भगवान जगन्नाथ स्वामी की रथयात्रा को लेकर शुक्रवार को भगवान की स्नान यात्रा होगी. भगवान को मुख्य मंदिर से बाहर स्नान मंडप में रखा जायेगा. यहां पूरे वैदिक मंत्रोच्चार के साथ उनका स्नान ध्यान कराया जायेगा. भगवान की स्तुति और मंगल आरती होगी. इसके बाद आम भक्त भगवान सहित अन्य विग्रहों को दूध,गंगाजल सहित अन्य जलों से स्नान करायेंगे. यह सिलसिला दिन के तीन बजे तक चलेगा.
इसके बाद भगवान एकांतवास में चले जायेंगे. 23 जून तक एकांतवास में रहेंगे. 24 को एकांतवास से बाहर आयेंगे. इसी दिन शाम में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ उनका नेत्रदान होगा. प्रभु आम भक्तों को दर्शन देंगे. उनकी आरती उतारी जायेगी अौर प्रसाद का वितरण किया जायेगा. अगले दिन यानी रविवार को रथ यात्रा है. यहां प्रात: काल से भक्त भगवान की पूजा अर्चना के लिए आने लगेंगे. दिन में कई अनुष्ठान व विष्णुलक्षार्चना सहित अन्य कार्यक्रम होंगे.
फिर रथ खींचने का कार्यक्रम होगा. भक्त भगवान का रथ खींच कर मौसीबाड़ी ले जायेंगे. उन्हें मंदिर में रखा जायेगा. इसी के साथ पट बंद हो जायेगा. इस मंदिर में भक्त 26 से लेकर तीन जुलाई तक भगवान का दर्शन व पूजा-अर्चना करेंगे. शाम में भगवान को गुंडिचा भोग लगाया जायेगा. इसमें खीर व खिचड़ी का भोग लगाने की परंपरा है. चार जुलाई को घुरती रथ यात्रा है. इस दिन भगवान अपने घर लौट आयेंगे. मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित ब्रजभूषण नाथ मिश्र ने कहा कि रथयात्रा की तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है.
रथ की मरम्मत का काम अंतिम चरण में
भगवान के रथ की मरम्मत का काम अंतिम चरण में है. जल्द ही इसका निर्माण कार्य शुरू हो जायेगा. उधर मेले में दुकानदारों का आना भी शुरू हो गया है. सभी दुकान के लिए जमीन तलाश कर रहे हैं.