रांची: सीएनटी-एसपीटी एक्ट में संशोधन के खिलाफ मोरहाबादी मैदान में आयोजित रैली में जा रहे लोगों ने हरमू कॉलाेनी आैर हरमू रोड में जम कर उत्पात मचाया. लोगों ने भाजपा प्रदेश कार्यालय पर पत्थर फेंके और दीवार पर लगे होर्डिंग और पोस्टर को फाड़ दिया. गुरुवार को मोदी फेस्ट के लिए बनाये गये मंच व पंडाल को क्षतिग्रस्त कर दिया.
कुर्सियों और कट-आउट को तोड़ दिया. फेस्ट में आये लोगों के साथ दुर्व्यवहार किया गया. भाजपा कार्यालय की दीवार पर लगे भगवान बिरसा मुंडा सहित अन्य शहीदों के पोस्टर को भी फाड़ दिया. कई वाहनों में भी तोड़-फोड़ की और राहगीराें के साथ मारपीट की. सभी लोग पारंपरिक हथियाराें से लैस थे. सभी खूंटी से आये थे और बिरसा चौक से पैदल ही मोरहाबादी मैदान जा रहे थे.
जानकारी के मुताबिक, बिरसा मुंडा उलगुलान मंच ने शुक्रवार को मोरहाबादी मैदान में रैली का आयोजन किया था. इसमें शामिल होने के लिए खूंटी से बसों में भर कर लोग रांची आये थे. रैली में शामिल लोग हरमू रोड और हिनू चौक, डोरंडा, मेन रोड होते हुए मोरहाबादी के लिए निकले.
अरगोड़ा चौक पर पुलिस ने रोका, तब आक्रोशित हुए
रैली मेें शामिल लोग सरकार व मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे. हरमू रोड में उत्पात मचानेवाले हाथ में पारंपरिक हथियार भाला, टांगी, दाउली के साथ लाठी, हॉकी स्टिक से लैस थे. रैली में शामिल लोग जब बिरसा चौक से अरगोड़ा चौक पर पहुंचे, तो पुलिस ने रोकने का प्रयास किया. उन्हें समझाने का प्रयास किया. इस पर रैली मेें शामिल लोगों और पुलिस में नोक-झोंक हुई. अरगोड़ा चौक पर पुलिस बल की संख्या कमी थी. जिसके कारण पुलिस पीछे हट गयी. इसके बाद रैली में शामिल भीड़ आक्रोशित हो गयी और अनियंत्रित होने लगी. हरमू बाइपास में मोदी फेस्ट में लगे नेताओं के कट-आउट को फाड़ दिया. पंडाल व मंच काे तोड़-फोड़ कर क्षतिग्रस्त कर दिया. वहां बैठे लोगों के साथ दुर्व्यवहार किया. पुलिस ने लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन आक्रोशित लोग नहीं माने.
सड़क के दोनों तरफ चलने लगे, लगा जाम
भाजपा कार्यालय में पत्थरबाजी करने के बाद रैली में शामिल हरवे-हथियार से लैस लोग सड़क के दोनों ओर चलने लगे. जिसके कारण रातू रोड से हरमू जाने वाली और सहजानंद चौक से रातू रोड की ओर जाने वाली गाड़ियां भी जाम में फंस गयी. जब घटना की सूचना सीनियर पुलिस अधिकारियों को मिली. तब भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कई थानेदार और अतिरिक्त जवानों को हरमू रोड में भेजा गया. इसके बाद पुलिस ने हरमू पुल के समीप भीड़ को नियंत्रित किया. गाड़ियों का रूट डायवर्ट कर लोगों को जाम से निकाला. फिर रैली में शामिल लोगों को स्कॉट करते हुए मोरहाबादी मैदान तक पहुंचाया.
टी-शर्ट, ट्रैक शूट में थे जवान
हरमू रोड में तोड़-फोड़ व पत्थरबाजी की घटना जब सीनियर पुलिस अफसरों को मिली, तब आनन-फानन में पुलिस जवानों को हरमू रोड भेजा गया. पुलिस के जवान जो जैसे थे, उसी हालात में रवाना हो गये. रास्ते में ही जवानों को बॉडी प्रोटेक्टर, हेलमेट व लाठी दी गयी. हरमू रोड में तैनात अधिकांश जवान सिविल ड्रेस में थे. कुछ जवान टी-शर्ट, ट्रैक शूट व चप्पल पहने हुए थे. उन्हें वरदी व जूते पहनने का मौका नहीं मिला था. मुख्यमंत्री आवास के बाहर भी सुरक्षा में जिन पुलिसकर्मियों की तैनाती की गयी थी, वह भी सही ड्रेस में नहीं थे. यही हाल मोरहाबादी मैदान की भी थी.