10.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

5. 28 एकड़ आदिवासी जमीन का फर्जीवाड़ा

रांची: राजधानी के बजरा मौजा की 5़ 28 एकड़ आदिवासी जमीन फर्जी तरीके से संजय कुमार साहू ने अपने नाम कर ली है़ मासी उरांव के नाम से वर्षों से जमीन की लगान रसीद कट रही है़ बजरा मौजा की खाता संख्या 87 की प्लाॅट संख्या 263, 265, 266, 268, 271, 272, 273, 274, 276, […]

रांची: राजधानी के बजरा मौजा की 5़ 28 एकड़ आदिवासी जमीन फर्जी तरीके से संजय कुमार साहू ने अपने नाम कर ली है़ मासी उरांव के नाम से वर्षों से जमीन की लगान रसीद कट रही है़ बजरा मौजा की खाता संख्या 87 की प्लाॅट संख्या 263, 265, 266, 268, 271, 272, 273, 274, 276, 277, 278, 280, 308 मॉसी उरांव के नाम खतियान व लगान रसीद में दर्ज है़ संजय कुमार साहू ने पहले वर्ष 2016 में उक्त जमीन का म्यूटेशन करा लिया़ म्यूटेशन के बाद ही दस्तावेज में हेराफेरी का खेल शुरू हुआ़.

वर्ष 2017 में रजिस्टर्ड डीड के माध्यम से चंद्रभूषण प्रसाद सिंह के नाम पावर ऑफ एटर्नी कर दिया़ चंद्रभूषण प्रसाद सिंह को मासी उरांव के नाम दर्ज सभी जमीन की खरीद-बिक्री का अधिकार दे दिया़ संजय कुमार साहू ने रजिस्टर्ड डीड में अपना पता हरियाणा के गुड़गांव स्थित मोलहेरा गांव बताया है़ दस्तावेज में उसने अपना वर्तमान पता पुंदाग बताया है़ संजय ने जमीन की सीधी खरीद-बिक्री नहीं कर पावर ऑफ एटर्नी का खेल किया़ आदिवासी जमीन की हेराफेरी का यह मामला आयुक्त तक पहुंचा है़ आदिवासी रैयत ने शिकायत की है कि गलत तरीके से जमीन का नामांतरण किया गया है़ आयुक्त ने इस मामले में हेहल अंचल के अधिकारी और कर्मचारियों पर कार्रवाई करने को कहा है़.
मासी उरांव के पास कई वर्षों की है लगान रसीद : खाता संख्या 87 के उक्त प्लॉट की रसीद वर्षों से मासी उरांव के नाम कट रही है़ वर्ष 2005, वर्ष 2009, वर्ष 2011 में मासी उरांव ने लगान दिया है़ अप्रैल 2017 में भी मासी उरांव ने लगान दिया है़ इसी क्रम में 2016 में उक्त जमीन की रसीद संजय कुमार साहू के नाम से काट दी गयी है़
संजय साहू ने पावर ऑफ एटर्नी में क्या लिखा
चंद्रभूषण सिंह के नाम संजय कुमार साहू ने पावर ऑफ एटर्नी का निबंधन कराया है़ इसमें उसने लिखा है कि जमीन जमींदार गंगा राम साहू की है़ वर्ष 1945 में खतियानी रैयत रगु उरांव ने पट्टा इस्तीफा कर दिया था़ उसके बाद गंगा राम साहू के परिवार ने यह जमीन बेच दी़ निबंधन दस्तावेज में कहा गया है कि यह जमीन संजय साहू के पिता जगतु साहू के कब्जे में थी. इससे संबंधित दस्तावेज पावर ऑफ एटर्नी के दस्तावेज में नहीं हैं. संजय साहू अब कहते हैं कि वह जमीन की देख-रेख व्यस्तता के कारण नहीं कर सकते हैं. ऐसे में वह खरीद-बिक्री सहित उक्त जमीन के न्यायालय में विवाद के निपटारे का अधिकार चंद्रभूषण सिंह को देते हैं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें