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कांग्रेस में जाना चाहते हैं सजल, मामला दिल्ली में

रांची: झारखंड के सेवानिवृत्त पूर्व मुख्य सचिव सजल चक्रवर्ती कांग्रेस में शामिल होना चाहते हैं. श्री चक्रवर्ती ने प्रदेश कांग्रेस को महीनों पहले अपना आवेदन दिया था. प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत ने श्री चक्रवर्ती का आवेदन आलाकमान को भेज दिया है. प्रदेश कांग्रेस द्वारा किये गये अनुशंसा पर अब तक आलाकमान ने मुहर नहीं लगायी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 16, 2017 6:44 AM
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रांची: झारखंड के सेवानिवृत्त पूर्व मुख्य सचिव सजल चक्रवर्ती कांग्रेस में शामिल होना चाहते हैं. श्री चक्रवर्ती ने प्रदेश कांग्रेस को महीनों पहले अपना आवेदन दिया था. प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत ने श्री चक्रवर्ती का आवेदन आलाकमान को भेज दिया है. प्रदेश कांग्रेस द्वारा किये गये अनुशंसा पर अब तक आलाकमान ने मुहर नहीं लगायी है. इससे सजल के कांग्रेस में जाने का मामला अटक गया है.
प्रदेश कांग्रेस के नेता चाहते हैं कि पूर्व आइएएस अधिकारी को जल्द से जल्द पार्टी में शामिल कराया जाये. श्री चक्रवर्ती के साथ कई नेताओं के नाम कांग्रेस में शामिल होने के लिए भेजे गये हैं. कांग्रेस के पूर्व विधायक नियेल तिर्की का भी मामला अटका हुआ है. श्री तिर्की ने खूंटी से लोकसभा का चुनाव झामुमो की टिकट पर लड़ लिया था. इसके बाद पार्टी ने निलंबित कर दिया. प्रदेश कांग्रेस ने इन पुन: पार्टी में शामिल करने का आवेदन दिया है. केंद्रीय नेतृत्व इस पर अब तक कोई फैसला नहीं लिया है. बोकारो से कांग्रेस के विधायक रहे इजराइल अंसारी के बेटे इसराफिल अंसारी भी कांग्रेस में आना चाहते हैं. इन्होंने पार्टी में शामिल होने का आवेदन दिया है. यह मामला भी केंद्रीय नेतृत्व के पास है. इधर, हजारीबाग लोकसभा और विधानसभा चुनाव में अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराने वाले दिगंबर मेहता को भी पार्टी में शामिल कराने का मामला फिलहाल आगे नहीं बढ़ा है. दिगंबर मेहता ने महीनों पहले आवेदन दिया था. प्रदेश कांग्रेस इन नेताओं को लेकर उत्साहित है, लेकिन सबकुछ केंद्रीय नेतृत्व के पाले में है.
क्या है प्रक्रिया
कांग्रेस में किसी को शामिल कराने या निलंबन वापसी का फैसला केंद्रीय नेतृत्व के स्तर पर होता है. प्रदेश स्तर से निलंबन या नये लोगों को शामिल करने की अनुशंसा जरूरी है. प्रदेश अध्यक्ष के माध्यम से प्रभारी या पार्टी के केंद्रीय महासचिव को अनुशंसा भेजा जाता है. पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष की सहमति के बाद ही पार्टी में किसी को शामिल किया जा सकता है.
तबादले का महिला कांग्रेस ने किया विरोध
केंद्र सरकार के किसान विरोधी रवैये और सदर एसडीओ भोर सिंह यादव के तबादले के खिलाफ महिला कांग्रेस की कार्यकर्ता गुरुवार की शाम को सड़क पर उतरीं. महिला कांग्रेस की कार्यकर्ताओं ने अलबर्ट एक्का चौक के समक्ष सरकार का पुतला फूंका़ कांग्रेस भवन से हाथों मेें तख्तियां लेकर सरकार विरोधी नारे लगाते हुए अलबर्ट एक्का चौक तक मार्च किया़ मौके पर प्रदेश अध्यक्ष आभा सिन्हा ने कहा कि केंद्र सरकार की दोहरी नीति के कारण देश में किसान आत्महत्या करने को विवश हैं. परिवार के भरण-पोषण के लिए उनकी आर्थिक स्थिति भयावह हो गयी़ केंद्र और राज्य सरकार को आम लोगों की चिंता नहीं है़

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